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Exclusive: ससुराल में उस दिन क्या-क्या हुआ था, पवन सिंह की पत्नी ज्योति ने रोते हुए सुनाई पूरी आपबीती

ज्योति सिंह ने बताया, "पवन जी नाश्ता किए और फिर वहां से निकल गए. हमारी कोई बात नहीं हुई." इसके बाद पुलिस फिर से आई और उल्टा-सीधा बोलने लगी और उन्हें थाने आने को कहा. पुलिस ने FIR की बात भी कही. कुछ देर बाद पुलिसकर्मी फिर आए और घर से निकलने को कहने लगे, क्योंकि उन्हें ताला लॉक करना था.

  • पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने लखनऊ आवास में प्रवेश न देने का आरोप लगाया और न्याय की मांग की.
  • ज्योति ने बताया कि उन्होंने पवन सिंह और उनके परिवार से कई बार संपर्क करने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली.
  • पुलिस की मौजूदगी में ज्योति सिंह को सोसाइटी के गार्ड ने अंदर जाने से रोका और पुलिस ने उन्हें थाने जाने को कहा.
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नई दिल्ली:

इन दिनों लगता है कि भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह की असल जिंदगी भी किसी भोजपुरी फिल्म जैसी हो गई है. बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. पवन सिंह अपने चुनाव प्रचार के लिए तैयार हैं. लेकिन उनकी निजी जिंदगी में पत्नी ज्योति सिंह ने भूचाल ला दिया है. वो लगातार उनसे मिलने के लिए सोशल मीडिया पोस्ट और मीडिया का सहारा ले रही हैं. ज्योति बीते दिनों तो लखनऊ स्थित पवन सिंह के घर तक पहुंच गईं थीं, लेकिन उनकी पवन सिंह से बात नहीं हो सकी. ज्योति सिंह ने अपनी मांग के सिंदूर, पांव के छालों और खुद पत्नी होने का हवाले देते हुए एनडीटीवी के साथ एक्सक्लूसिव बात की. उन्होंने रोते हुए बताया कि उस दिन पवन सिंह के घर क्या-क्या हुआ था.

'पवन सिंह की माता जी ने मेरा नंबर ब्लॉक लिस्ट...'

ज्योति सिंह के अनुसार, लखनऊ स्थित आवास पर पहुंचने से पहले उन्होंने दो दिन पूर्व फेसबुक पोस्ट के माध्यम से पवन सिंह से मिलने का अनुरोध किया था. उन्होंने बताया कि वह लगातार कॉल और मैसेज कर रही थीं. लेकिन पवन सिंह जवाब नहीं दे रहे थे. उन्होंने पवन सिंह की माता जी को भी फोन किया, लेकिन उनका नंबर ब्लॉक लिस्ट में था. इसके बाद उन्होंने पवन सिंह के भाई रितिक को फोन किया.

अभी तलाक नहीं हुआ है... ज्योति सिंह
ज्योति सिंह ने बताया कि रात करीब 9 बजे वे पवन सिंह की सोसाइटी पहुंचीं, लेकिन गार्ड ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया. इसी दौरान पुलिस मौके पर पहुंची. ज्योति सिंह के अनुसार उन्हें पता चला कि पवन सिंह ने ही पुलिस को बुलाया था. पुलिस के सवालों के बाद उन्होंने फिर से पवन सिंह के भाई को फोन किया, जिन्होंने 10 मिनट में पहुंचने की बात कही. रितिक के आने के बाद, वह उन्हें ऊपर ले गए जहां पवन सिंह और कुछ अन्य लोग बैठे थे. ज्योति सिंह ने कहा कि वह पवन सिंह से बात करना चाहती थीं, लेकिन उनके भाई गुड्डू ने उनसे कहा कि वह वहां नहीं रुक सकती हैं. इस पर ज्योति सिंह ने विरोध करते हुए कहा कि अभी तलाक नहीं हुआ है और प्रक्रिया चल रही है.

ज्योति सिंह ने बताया, "पवन जी नाश्ता किए और फिर वहां से निकल गए. हमारी कोई बात नहीं हुई." इसके बाद पुलिस फिर से आई और उल्टा-सीधा बोलने लगी और उन्हें थाने आने को कहा. पुलिस ने FIR की बात भी कही. कुछ देर बाद पुलिसकर्मी फिर आए और घर से निकलने को कहने लगे, क्योंकि उन्हें ताला लॉक करना था. ज्योति सिंह ने स्पष्ट किया कि यह सब लाइव वीडियो में था और यह कोई प्री-प्लानिंग नहीं थी, बल्कि यह कार्रवाई गलत थी.

न्याय की मांग और चुनावी समर्थन
ज्योति सिंह ने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा कि लोग लोकसभा चुनाव के दौरान उनके द्वारा किए गए प्रचार को भूल गए हैं. उन्होंने दृढ़ता से कहा, "मैं अपनी चुनाव लड़ूंगी. पवन जी चुनाव लड़ेंगे तो मैं उनका सपोर्ट करूंगी." उन्होंने पवन सिंह से बात करने की अपील करते हुए कहा, "मेरे मांग में उनके नाम का सिंदूर है."

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