संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने बताया कि सात बार के लोकसभा सदस्य भर्तृहरि महताब को निचले सदन का अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम) नियुक्त किया गया. भर्तृहरि महताब नए सांसदों को शपथ दिलाएंगे. भर्तृहरि महताब लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होने तक पीठासीन अधिकारी के रूप में कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे. लोकसभा सदस्य के. सुरेश, टीआर बालू, राधा मोहन सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंद्योपाध्याय अस्थायी अध्यक्ष की सहायता करेंगे.
लोकसभा का पहला सत्र कब?
अठारहवीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा. इस दौरान निचले सदन के नए सदस्य शपथ लेंगे और फिर 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी और अगले पांच वर्ष के लिए नई सरकार के कामकाज की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगी.
कौन हैं भर्तृहरि महताब?
भर्तृहरि महताब ओडिशा के कटक लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद हैं. वह पहले बीजू जनता दल में हुआ करते थे. महताब ने कटक सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजद के संतृप्त मिश्रा को 57,077 वोटों से हराया. ओडिशा में लोकसभा की कुल 21 सीटों में से 20 पर जीत हासिल कर भाजपा ने बीजू जनता दल का लोकसभा चुनाव में सूपड़ा साफ कर दिया था. प्रदेश में कांग्रेस ने एक सीट जीती. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजद ने 12 सीटें जीती थीं, भाजपा को आठ और कांग्रेस को एक सीट मिली थी. इसके साथ ही भाजपा ने विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करते हुए पहली बार ओडिशा में सरकार भी बनाई.
पीएम मोदी ने ओडिशा को दिया था धन्यवाद
लोकसभा चुनावों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक्स' पर एक संदेश में कहा, ‘‘धन्यवाद ओडिशा! यह सुशासन और ओडिशा की अनूठी संस्कृति का जश्न मनाने के लिए एक शानदार जीत है. भाजपा लोगों के सपनों को पूरा करने और ओडिशा को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.'' पीएम मोदी के इस संदेश से साफ था कि ओडिशा इस बार भाजपा के लिए खास है और उसे सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका मिलेगी.
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