मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड निकालने वाले वायरल वीडियो ने देश को झकझोर कर रख दिया है. भीड़ ने गांव पर हमला किया और कइयों को घर जला दिए. भीड़ ने इस दौरान दो महिलाओं को जान की धमकी देकर कपड़े उतारने को मजबूर किया. भीड़ ने उनके साथ यौन हिंसा भी की. पीएम मोदी ने मणिपुर के वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो भी दोषी हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी.
इस मामले पर हरियाणा के सिरसा से बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल से NDTV ने खास बातचीत की. उन्होंने कहा, " प्रधानमंत्री मोदी महिलाओं का सम्मान करते हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि दोषियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. इस घटना से सभी बहुत आहत हैं. महिला होने के नाते मैं बस इतना कहना चाहती हूं कि इस घटना से मैं बहुत आहत हूं और परेशान हूं."
दुग्गल कहती हैं, "यह ऐसी घटना नहीं है कि किसी के दबाव में आकर प्रधानमंत्री जी कुछ कहें. आप देख सकते हैं कि मणिपुर के वीडियो को लेकर प्रधानमंत्री बहुत परेशान हैं. अपने अंतर्मन से उन्होंने ये बातें कही हैं. दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी."
CM को खुद सोचना चाहिए-दुग्गल
मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के सवाल पर सुनीता दुग्गल ने कहा. "मुख्यमंत्री पद पर बने रहें या न रहें... यह बात उन्हें अपने अंतर्मन से पूछना होगा कि जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं, उस हालात में उन्हें क्या करना चाहिए."
मेरा दिल पीड़ा और क्रोध से भरा है- पीएम
मणिपुर के वीडियो पर पीएम मोदी ने कहा, "मेरा दिल आज पीड़ा और क्रोध से भरा है. मणिपुर में जो हुआ है वो बेहद शर्मनाक है. ये पूरे देश को शर्मसार करने जैसा है. मैं सभी मुख्यमंत्रियों से कहना चाहता हूं कि वो अपने राज्य की मां और बेटियों की सुरक्षा के लिए सदैव सजग रहें. कानून-व्यवस्था को और मजबूत करें. इस घटना को लेकर मैं आपको आश्वासन देता हूं कि मणिपुर में महिलाओं के साथ जो हुआ वो किसी भी सभ्य समाज के लिए सही नहीं है. जो भी दोषी हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी."
वीडियो देखकर हम बहुत परेशान हैं- सुप्रीम कोर्ट
वहीं, इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'जो वीडियो हमारे सामने आया है, उससे हम बहुत परेशान हैं. हम सरकार को वक्त देते हैं कि वो कदम उठाए. अगर वहां कुछ नहीं हुआ तो हम कदम उठाएंगे.'
SC ने मणिपुर सरकार से मांगा जवाब
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और मणिपुर सरकार से पूछा है कि अपराधियों पर कार्रवाई के लिए आपने क्या कदम उठाए हैं. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि सांप्रदायिक संघर्ष के दौरान महिलाओं का एक औजार की तरह इस्तेमाल कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है. यह संविधान का सबसे घृणित अपमान है. मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी.
4 मई की है घटना, बुधवार को वायरल हो गया वीडियो
ये घटना 4 मई 2023 की है. राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में हुई. इसका वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. घटना के विरोध में मणिपुर के चुड़ाचांदपुर में प्रदर्शन शुरू हो गया है. हजारों लोग काले कपड़े पहनकर जमा हो गए हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बाकियों की तलाश जारी है. मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा है कि हम सभी आरोपियों की मौत की सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे.
सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर नहीं करने का आदेश
इस बीच न्यूज एजेंसी ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि सरकार ने फेसबुक-ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मणिपुर का वीडियो शेयर न करने का आदेश दिया है. आदेश का उल्लंघन होने पर केंद्र सरकार ट्विटर के खिलाफ एक्शन ले सकती है.
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