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'जो पहले मिले उसे मार देना...', बाबा सिद्दीकी के शूटर ने किया दिल दहलाने वाला खुलासा

शिवकुमार गौतम ने बताया कि बाबा की हत्या के बाद उसकी योजना पहले उज्जैन, फिर वैष्णो देवी जाने और उसके बाद विदेश भागने की थी लेकिन यह योजना सफल नहीं हो पाई.

'जो पहले मिले उसे मार देना...', बाबा सिद्दीकी के शूटर ने किया दिल दहलाने वाला खुलासा
मुंबई:

बाबा सिद्दीकी मर्डर मामले में मेन शूटर शिव कुमार गौतम को पुलिस ने 10 नवंबर को यूपी के बहराइच से गिरफ्तार किया है. इसके बाद पुलिस द्वारा की गई पूछताछ के दौरान उसने बताया है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने उसे बाबा सिद्दीकी या जीशान सिद्दीकी में से किसी एक की हत्या करने का काम सौंपा था. अनमोल बिश्नोई ने उसे निर्देश दिया था कि जिस भी टारगेट से सबसे पहले सामना हो, उसे गोली मार दें. बता दें कि बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में शिवकुमार के अलावा अनुराग कश्यप, आकाश श्रीवास्तव, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी और अखिलेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है.

विदेश भागने का था प्लान

गौतम ने आगे बताया कि बाबा की हत्या के बाद उसकी योजना उज्जैन, फिर वैष्णो देवी जाने और उसके बाद विदेश भागने की थी लेकिन यह योजना सफल नहीं हो पाई. गौतम ने यह भी कहा कि मुंबई से भागते वक्त उसने झारखंड जा रहे एक यात्री के फोन से सह-आरोपी अनुराग कश्यप से संपर्क किया था. हत्या से पहले और बाद में गौतम की नियमित बातचीत शुबम लोंकर और जीशान अख्तर से होती रही थी.

हत्या के बाद पुणे भाग गया था शिवकुमार

शिवकुमार गौतम हत्या के बाद पुणे में लगभग सात दिन रहा और उसके बाद ट्रेन से झांसी गया और वहां पांच दिन रुकने के बाद लखनऊ पहुंचा. लखनऊ में उसने एक नया मोबाइल खरीदा और उससे अपने साथियों से संपर्क किया. लखनऊ में 11 दिन बिताने के बाद, वह पांच दिन पहले बहराइच पहुंचा, जहां उसके चार साथियों ने एक नजदीकी गांव में उसके लिए सुरक्षित ठिकाने की व्यवस्था की थी.

12 अक्टूबर को हत्या के बाद भीड़ में शामिल हो तमाशा देखता रहा शिवकुमार

पूछताछ के दौरान शिवकुमार गौतम ने यह भी बताया कि 12 अक्टूबर को बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद वह तुरंत वहां से फरार नहीं हुआ. उसने अपना हुलिया बदला और काफी देर तक घटना स्थल पर ही रुककर हंगामे को देखता रहा. क्राइम ब्रांच सूत्रो के अनुसार शिवकुमार गौतम हत्या के दिन गोली मारने के बाद थोड़ी दूर जाकर अपनी शर्ट बदलकर भीड़ में घुल-मिल गया ताकि कोई उसे पहचान न सके. थोड़ी देर बाद वो ऑटो से कुर्ला स्टेशन पहुंचा और वहां से लोकल ट्रेन पकड़ी और ठाणे पहुंचा. ठाणे से उसने एक एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ी और सुबह करीब 3 बजे पुणे पहुंच गया, जहां उसने अपना मोबाइल फेंक दिया ताकि पुलिस उसका पता न लगा सके.

10 नवंबर को नेपाल भागने का था प्लान

क्राइम ब्रांच सूत्रो के अनुसार गौतम ने मुंबई से बहराइच तक की यात्रा पूरी तरह से सार्वजनिक परिवहन से की. लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निर्देशानुसार वह 10 नवंबर को नेपाल भागने की योजना बना रहा था. मामले में हत्या से पहले शिवकुमार गौतम ने अनमोल से बात की थी. अनमोल ने शिवकुमार गौतम को मोटीवेट किया था. हत्या को अंजाम देने से पहले अनमोल बिश्नोई ने शूटर गौतम से कहा था कि वह जो करने जा रहे हैं, वह भगवान और समाज के लिए है. इसलिए बिना घबराए वो इस काम को अंजाम दे. क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार शिवकुमार गौतम ने पूछताछ में कहा है कि उसको बाबा सिद्दीकी की हत्या का कोई पछतावा नहीं है.

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