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This Article is From Jan 19, 2024

Exclusive: रामायण में राम का चरित्र निभाने में किन चीजों से मिली मदद? टीवी के 'राम' अरुण गोविल की जुबानी

टीवी के 'राम' अरुण गोविल (Ramayan Arun Govil) ने बताया कि कैसे वह राम का चरित्र बहुत ही सहज तरीके से टीवी पर निभा सके. उन्होंने अपने अंदर बचपन से मौजूद गुणों के बारे में NDTV को बताया.

रामायण के 'राम' अरुण गोविल का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू.

नई दिल्ली:

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में में सिर्फ चार दिन बचे हैं. भव्य राम मंदिर की तैयारियां लगभर पूरी हो चुकी हैं. हर कोई राममय नजर आ रहा है. जहां देखो रामलला के ही चर्चे हैं. करीब 500 सालों के लंबे इंतजार के बाद रामलला बहुत ही भव्य तरीके से अस्थायी टेंट से निकलकर स्थायी मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं. इस बीच रामायण (Ramayan) सीरियल में राम का चरित्र निभाने वाले अरुण गोविल (Arun Govil) और सीता का किरदार निभाने वालीं दीपिका चिखलिया और लक्ष्मण की भूमिका निभाने वाले सुनील लहरी को भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए अयोध्या आने का न्योता दिया गया है. इस खास मौके पर NDTV ने  टीवी के राम-सीता यानी अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया से खास बातचीत की. इस दौरान अरुण गोविल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राम के मामले में हार और जीत नहीं होती, वहां सिर्फ राम होते है.

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 "इन गुणों से राम का किरदार निभाने में मिली मदद"

टीवी के 'राम' अरुण गोविल ने बताया कि राम का चरित्र निभाने में किन चीजों से उनको मदद  मिली. उन्होंने राम के प्रति उनके जड़ाव के अनुभव को साझा किया. अरुण गोविल ने बताया कि उनके अंदर बचपन से ही राम का नाम लेने की प्रवृत्ति थी. वह दुख हो या खुशी या फिर पढ़ा का वक्त, अक्सर ही उनके मुंह से हे राम निकलता था. राम के चरित्र के कुछ गुण उनके भीतर बचपन से ही रहे हैं. यही वजह है कि वह राम के चरित्र को बहुत अच्छी तरह से समझ सके और निभा सके. रामायण में भगवान राम का किरदार निभाते समय उनसे कहा गया था कि उनको अच्छी तरह से रामायण पढ़नी चाहिए और उनको संपूर्ण रामायण जैसी फिल्मों को भी देखाना चाहिए, जिससे वह राम को समझ सकें. 

"मेरे मन में राम का एक स्वरूप पहले से ही था"

अरुण गोविल ने कहा कि उन्होंने कुछ भी पढ़ने और देखने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि राम का जो स्वरूप उनके मन में है, वह वही करेंगे. उनके भीतर पहले से मौजूद राम के चरित्र के कुछ गुणों ने उनको यह किरदार निभाने में मदद की. इस किरदार को निभाते समय उनके वह गुण बहुत काम आए. राम के किरदार को निभाने के बाद उनको हर तरफ बहुत आदर और सम्मान मिला. 

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