राम प्रसाद मीणा ने एक वीडियो रिकार्ड करने के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
जयपुर: जयपुर में एक 38 वर्षीय व्यक्ति की आत्महत्या राजस्थान में एक नया राजनीतिक मुद्दा बन गया है. राजस्थान में चुनावों से कुछ महीने पहले भ्रष्टाचार के आरोप सत्ताधारी कांग्रेस के लिए बड़ा सिरदर्द बन गए हैं. सरकार पर हमले सिर्फ विपक्षी भाजपा की ओर से ही नहीं बल्कि सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के भीतर से भी हो रहे हैं. ऐसे में खुदकुशी के इस मामले ने अशोक गहलोत सरकार की परेशानी और बढ़ा दी है.
राम प्रसाद मीणा नाम के एक व्यक्ति का एक होटल मालिक से भूमि विवाद चल रहा था. उसने सोमवार को एक वीडियो मैसेज रिकॉर्ड करने के बाद फांसी लगाकर जान दे दी. उसने अपने मैसेज में कांग्रेस के मंत्री महेश जोशी और कुछ अन्य लोगों पर अपनी संपत्ति छोड़ने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है. मीणा एक दशक से अधिक समय से एक मंदिर ट्रस्ट की जमीन के एक प्लाट पर रह रहा था.
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
राम प्रसाद मीणा ने वीडियो में कहा है कि, "मैं कैबिनेट मंत्री महेश जोशी और उनके सहयोगियों के कारण आत्महत्या करने जा रहा हूं. उन्होंने मुझे और मेरे परिवार को इतना परेशान किया है कि मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा है." यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
महेश जोशी, जो कि राज्य विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के मुख्य सचेतक भी हैं, ने मामले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है. उन्होंने कहा है कि वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं. उन्होंने भाजपा पर चुनावी लाभ के लिए इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर हमला करने के लिए भाजपा इस घटना का इस्तेमाल कर रही है. भाजपा नेताओं ने महेश जोशी के इस्तीफे और मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है.
भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा पीड़ित व्यक्ति के ही समुदाय से हैं. किरोड़ी लाल मीणा आत्महत्या स्थल पर धरना दे रहे हैं. उन्होंने कहा है कि मांग पूरी होने तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा.
सचिन पायलट ने फिर खोला मोर्चा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ चौतरफा मोर्चा खोले पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट इस मामले में भी अपनी पार्टी की सरकार के खिलाफ खड़े नजर आ रहे हैं. उन्होंने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन स्थल का दौरा किया और राम प्रसाद मीणा के परिवार के साथ एकजुटता व्यक्त की. उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की.
कांग्रेस के एक अन्य विधायक मुरारी लाल मीणा भी सचिन पायलट और किरोड़ी लाल मीणा के साथ विरोध प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और पीड़ित के लिए न्याय की मांग की.