लड़कियां शिक्षा के क्षेत्र में लड़कों से अच्छा कर रही हैं लेकिन जब बात सामान्य अंकगणित की आती है तो लड़के लड़कियों के मुकाबले ज्यादा बेहतर हैं. शिक्षा की वार्षिक स्थिति रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय स्तर पर 14 से 16 साल उम्र के सभी लड़कों में से 50 फीसदी भाग के गणित को ठीक-ठीक सुलझा सकते हैं जबकि सिर्फ 44 फीसदी लड़कियां ही ऐसा कर सकती हैं. एएसईआर ने 596 जिलों के 3,54,944 परिवारों और तीन से 16 साल उम्र समूह के 5,46,527 बच्चों पर यह सर्वेक्षण किया है.
इस सर्वेक्षण में तीन बड़े पहलुओं को ध्यान में रखा गया है. बच्चों का स्कूल में दाखिला, उपस्थिति और सामान्य रूप से किताबों को पढ़ने और गणित की क्षमता तथा स्कूल में उपलब्ध बुनियादी ढांचे पर सर्वेक्षण किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार लड़कियों का प्रदर्शन पढ़ाई के मामले में लड़कों से अच्छा है लेकिन जब बात सामान्य अंकगणित की आती है तो लड़के आगे हो जाते हैं.
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इसके साथ ही, पहली बार 2018 में छह से 14 साल के उम्र समूह के ऐसे बच्चे जिनका दाखिला स्कूल में नहीं हुआ उनका प्रतिशत तीन फीसदी से गिरकर 2.8 फीसदी तक पहुंचा है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि किताब पढ़ने के मामले में पहले के मुकाबले बच्चों की क्षमता सुधरी है.
VIDEO : शिक्षकों की कमी से जूझते स्कूल
(इनपुट भाषा से)
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