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This Article is From Nov 27, 2022

ओवैसी ने MCD चुनाव के लिए किया प्रचार, बोले- "राजनीति में उसी को सुना जाता है, जिसका नुमाइंदा चुना जाता है.."

दिल्ली की सियासत में 12 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं. ये बड़े राजनीतिक दलों का सियासी समीकरण बिगाड़ सकते हैं. ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने कुल 15 एमसीडी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं.

ओवैसी ने MCD चुनाव के लिए किया प्रचार, बोले- "राजनीति में उसी को सुना जाता है, जिसका नुमाइंदा चुना जाता है.."
ओवैसी ने कहा कि मैं भड़काऊ भाषण नहीं देता, हकीकत बयान करता हूं.
नई दिल्ली:

दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनाव में एआईएमआईएम (AIMIM) भी पूरी ताकत लगा रही है. पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी आज राजधानी में मुस्लिम बहुल इलाकों में 6 जनसभाएं कर रहे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान यहां लोगों से वोट देने की अपील करते हुए ओवैसी ने कहा कि भारत की राजनीति में उसी को सुना जाता है, जिसका नुमाइंदा चुना जाता है. नारेबाजी और प्रदर्शन से समस्या नहीं सुलझेगी. वोट का सही इस्तेमाल करके एआईएमआईएम को मजबूत करें.

ओवैसी ने कहा कि जिस इलाके में मुसलमान, दलित, आदिवासी रहते हैं, वहां विकास नहीं होता. ये विकास इसलिए नहीं करवाया जाता है, क्योंकि यहां मुसलमान और दलित रहते हैं. ये तीन पार्टी कभी नहीं चाहेगी कि जमीनी सतह के लोग सियासी लीडर बना लें. आपने सालों से कांग्रेस को वोट दिया, फिर आम आदमी पार्टी को वोट दिया, लेकिन सोचिए आपको क्या हासिल हुआ. आपकी लीडरशिप कहां है. आप आम आदमी पार्टी को जीताते हैं, लेकिन वो विधायक गुंगे हो जाते हैं.

एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा, "कोविड शुरू हुआ तो सबसे पहले तबलीगी जमात पर आरोप लगाए गए. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भी तबलीगी पर आरोप लगाए. उन्होंने मुसलमान और तबलीगी को बदनाम किया. कोविड की लिस्ट में तबलीगी जमात का अलग से लिस्ट बनाया जाता था. इसकी पूरी जिम्मेदारी दिल्ली के मुख्यमंत्री की है. मैं भड़काऊ भाषण नहीं, हकीकत बयान कर रहा हूं."

उन्होंने कहा, "दिल्ली में दंगा हो रहा था, तब दिल्ली के मुख्यमंत्री राजघाट पर जाकर आंख और आवाज बंद करके बैठ जाते हैं. शाहीन बाग का प्रदर्शन चल रहा था तो दिल्ली के मुख्यमंत्री कहां थे. इन्हीं का खास बीजेपी में चला गया, फिर वो नारा लगाता है कि दिल्ली के गद्दार को.. दिल्ली का मुख्यमंत्री 2013 का नरेंद्र मोदी है. यहां टोपी वाला, बुरखावाली रहती है, इसलिए यहां मुख्यमंत्री कहेगा कि बीजेपी को हराना तो वोट दो. कब तक बीजेपी से हमें डराओगे, हम अल्पसंख्यक समाज ने कभी भी बीजेपी को वोट नहीं दिया."

ओवैसी ने कहा, "बीजेपी और केजरीवाल में गठबंधन है. बीजेपी बड़ा भाई है और केजरीवाल छोटा भाई है. तुम दिल्ली संभालो, हम देश देखेंगे. जितने अपराधी हैं लोगों को ड्रग्स का आदी बना रहा हैं, उसे हमारा उम्मीदवार सुधारेगा. हमने बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस को वोट डाला, फिर आप पार्टी को वोट डाला, लेकिन फिर भी बीजेपी जीत रही है. ओवैसी को सुनकर क्या फायदा, उस पर अमल करना पड़ेगा."

एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा, "ट्रिपल तलाक , CAA का कानून आया, अखलाक को मारा गया, ओवैसी सबके लिए बोला. हर मामले पर हम बोलते हैं, लेकिन इन मुद्दों पर खामोश रहने वाले लोग बोलते हैं कि ओवैसी वोट काटने आया है. बीजेपी को फायदा ओवैसी से नहीं, कांग्रेस और केजरीवाल से हो रहा है. आपके वोट से बीजेपी नहीं जीत रही है कांग्रेस और आप पार्टी की वजह से जीतती है. बिलकिस बानो और कॉमन सिविल कोड पर मुख्यमंत्री की राय क्या है, कभी आप दिल्ली के मुख्यमंत्री से पूछेंगे तो कहेगा कि बीजेपी को हराना है. उपमुख्यनंत्री बोलते हैं बिलकिस बानो पर नहीं स्कूल पर बोलेंगे. इन सब पर केवल ओवैसी बोलता है."

बता दें कि दिल्ली की सियासत में 12 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं. ये बड़े राजनीतिक दलों का सियासी समीकरण बिगाड़ सकते हैं. मुसलमानों के प्रतिनिधित्व का मुद्दा उठाने वाले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने कुल 15 एमसीडी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जिनमें से 14 मुस्लिम हैं. ओवैसी की पार्टी जाकिर नगर, करावल नगर, अबू फजल, चांदनी चौक, सीमापुरी, मुस्तफाबाद, बल्लीमारान, बाबरपुर, सीलमपुर, मटिया महल और सदर बाजार विधानसभा क्षेत्रों की ज्यादातर मुस्लिम बहुल सीटों पर चुनाव लड़ रही है.

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