प्रदर्शन पर बैठे सांसदों के भोजन आदि की व्यवस्था के लिए विपक्षी पार्टियां विशेष इंतजाम कर रही हैं .
संसद में अपने निलंबन और मंहगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर करीब 50 घंटे के विरोध प्रदर्शन पर बैठे सांसदों के भोजन आदि की व्यवस्था के लिए विपक्षी पार्टियां विशेष इंतजाम कर रही हैं . इस प्रदर्शन में शामिल सांसदों के लिए दही-चावल से लेकर इडली-सांभर, ‘गाजर का हलवा से लेकर फल तक की व्यवस्था की गई है. अपनी एकजुटता और राजनीतिक ताकत दिखाने के लिए किए जा रहे प्रदर्शन के लिए विपक्षी पार्टियां एकजुट हुई हैं और क्रमवार पार्टियों को धरने पर बैठे लोगों के लिए खाने-पीने के सामान से लेकर अन्य व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी दी गई है.
दिन की व्यव्स्था के लिए रोस्टर को इसके लिए बनाए गए व्हाट्सऐप ग्रुप पर साझा किया जा रहा है ताकि सभी को समय से जानकारी दी जा सके. राज्यसभा के 20 निलंबित सदस्यों ने बुधवार को संसद परिसर में अपना प्रदर्शन शुरू किया. सूत्रों ने बताया कि विपक्ष ने सभापति की उस पेशकश को अस्वीकार कर दिया है जिसमें निलंबन को वापस लेने के लिए पार्टियों से अपने सदस्यों के व्यवहार को लेकर खेद जताने को कहा गया था.
निलंबित सांसदों में शामिल तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन ने कहा कि सांसद गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना दे रहे हैं और रात को भी वहीं रहेंगे. गौरतलब है कि सोमवार और मंगलवार को निलंबित किए गए सांसदों में तृणमूल कांग्रेस के सात, द्रमुक के छह, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के तीन , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के दो, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और आम आदमी पार्टी (आप) के एक-एक सदस्य शामिल हैं.
प्रदर्शन में शामिल होने वाली पार्टियों में तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, आप, टीआरएस, समाजवादी पार्टी, शिवसेना, माकपा, भाकपा, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और केरल कांग्रेस शामिल हैं.
सूत्रों ने बताया कि पार्टियों ने फैसला किया है कि वे सांसदों के लिए क्षेत्रीय व्यंजन की व्यवस्था करने की कोशिश करेंगी. उन्होंने बताया कि बुधवार को द्रमुक सांसद तिरुचि शिवा द्वारा सांसदों के लिए इडली-सांभर के नाश्ते की व्यवस्था की गई. वहीं, द्रमुक ने दोपहर के भोजन के लिए चावल-दही की व्यस्था की जबकि तृणमूल कांग्रेस ने रात के खाने में रोटी, दाल, पनीर और चिकन तंदूरी की व्यवस्था की.
द्रमुक की कनिमोझी जो इस व्यवस्था को देख रही हैं, वह गाजर के हलवे के साथ प्रदर्शन स्थल पर पहुंची. वहीं तृणमूल कांग्रेस ने फलों और सैंडविच की व्यवस्था की. सूत्रों ने बताया कि बृहस्पतिवार को द्रमुक नाश्ते की व्यवस्था करेगी जबकि टीआरएस को दोपहर के भोजन और आप को रात के खाने की जिम्मेदारी मिली है. आप पर ही प्रदर्शनस्थल पर सांसदों के लिए टेंट लगाने का जिम्मा है ताकि वे धूप से बच सकें. हालांकि, टेंट लगाने की अनुमति देने से प्रशासन ने इनकार कर दिया है.
सूत्रों ने बताया कि पार्टियों ने स्वयं अपने नेताओं के प्रदर्शन स्थल पर बैठने का कार्यक्रम तय किया है जो निलंबित सांसदों का समर्थन करने के लिए उनके साथ एक या दो घंटे धरना स्थल पर बैठेंगे.
उन्होंने बताया कि निलंबित सांसदों के प्रति एकजुटता प्रकट करने के लिए समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, झामुमो की महुआ माझी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेताओं ने धरने के लिए समय दिया है जबकि उनके किसी सदस्य को निलंबित नहीं किया गया है.
संसद परिसर में अस्थायी ढांचा भी नहीं बनाया जा सकता, इसलिए अधिकारियों ने वहां पर टेंट लगाने की अनुमति नहीं दी है. ऐसे में नेताओं को खुले आसमान के तले सोना होगा. हालांकि, प्रदर्शनकारी सांसद संसद भवन के पुस्तकालय के शौचालय का इस्तेमाल कर सकते हैं.
विपक्षी नेताओं ने कहा कि सुरक्षा टीम और सफाई कर्मियों ने प्रदर्शनकारी सांसदों के लिए व्यवस्था करने में पूरा सहयोग किया है. उनके प्रवेश और निकासी की भी व्यवस्था की गई है.
कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने सुबह विभिन्न मुद्दों पर अलग-अलग स्थानों पर प्रदर्शन किया लेकिन शाम को महंगाई के मुद्दे पर एकसाथ आ गए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश प्रदर्शन स्थल पर गए और कहा कि उनकी पार्टी विपक्षी पार्टियों द्वारा आयोजित दिन-रात के धरने में हिस्सा लेगी.
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