"ज्यादा तादाद में जुमे की नमाज के लिए नहीं आयें लोग..", ज्ञानवापी मस्जिद कमेटी की अपील

एडवोकेट कमिश्नर की रिपोर्ट लीक होने पर यासीन ने कहा कि यह बहुत ही दुखद है. देश के सभी बच्चों के पास यह रिपोर्ट पहुंच गई है, यह ठीक नहीं है. उम्मीद करते हैं कि निचली अदालत और सर्वोच्च अदालत इसका संज्ञान लेगी.

ज्ञानवापी मस्जिद में ज्यादा लोगों के नहींं आने की अपील की गई है.

वाराणसी:

ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी मंदिर का मामला अदालत में है. अदालत ने वजू करने वाली जगह जहां हिंदू पथ शिवलिंग का दावा कर रहा है, उसे सील किया है. लिहाजा अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी ने जुमे की नमाज पर बड़ी संख्या में पहुंचने वाले नमाजियों को एक पत्र लिखकर इस बात की ताकीद की है कि ज्यादा संख्या में लोग वहां न पहुंचे.

अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी के यासीन ने कहा कि यह कदम एहतियातन उठाया गया है. क्योंकि वजूखाना सील है और लोगों को दिक्कत हो सकती है. लिहाजा कम से कम संख्या में जुमे की नमाज पढ़ने पहुंचे और सभी लोग अपने-अपने इलाके के मस्जिद में नमाज पढ़ लें.

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वहीं एडवोकेट कमिश्नर की रिपोर्ट लीक होने पर यासीन ने कहा कि यह बहुत ही दुखद है. देश के सभी बच्चों के पास यह रिपोर्ट पहुंच गई है, यह ठीक नहीं है. उम्मीद करते हैं कि निचली अदालत और सर्वोच्च अदालत इसका संज्ञान लेगी. उन्होंने कहा कि हिंदू पक्ष जिसे शिवलिंग कह रहा है वह फव्वारा है, लेकिन यह फव्वारा औरंगजेब के समय का नहीं बाद में बना है.

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यासीन ने कहा कि अगर सरकार मौका देगी तो वो सिद्ध कर देंगे कि वह फव्वारा है, जिसमें से पानी निकलता था. उसका पाइप खराब हो गया है और सभी इंतजाम रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि जब तक प्रमाणित नहीं हो जाता है कि वह शिवलिंग है या फव्वारा, तब तक उसे शिवलिंग कहना गलत है.

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