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This Article is From Apr 28, 2022

'अजय देवगन BJP के Mouthpiece जैसे': हिन्दी पर ट्विटर वार में कर्नाटक के दो पूर्व CM भी कूदे

वहीं सिद्धारमैया ने बुधवार शाम कहा कि हिंदी कभी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं थी और न कभी होगी. हमारे देश की भाषाई विविधता का सम्मान करना हर भारतीय का कर्तव्य है.

'अजय देवगन BJP के Mouthpiece जैसे': हिन्दी पर ट्विटर वार में कर्नाटक के दो पूर्व CM भी कूदे
हिंदी को लेकर ट्विटर पर भिड़े अजय देवगन और किच्चा सुदीप
नई दिल्ली:

बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन के इस दावे पर कि 'हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है', पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा, क्योंकि कर्नाटक के प्रमुख नेता भी इस बहस में कूद गए हैं. इस मामले पर कर्नाटक के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों ने अजय देवगन की खिंचाई भी की और कहा है कि हिंदी भारत की राष्ट्रीय भाषा नहीं है. कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अजय देवगन के ट्वीट की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि हिंदी कभी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं थी. जनता दल (सेक्युलर) के एचडी कुमारस्वामी ने कन्नड़ अभिनेता सुदीप किच्चा की टिप्पणी का समर्थन किया कि हिंदी राष्ट्रीय भाषा नहीं है और सीधे बॉलीवुड अभिनेता पर हमला करते हुए ये बात कही. कुमारस्वामी ने एक ट्वीट में कहा कि अजय देवगन  भाजपा के हिंदी राष्ट्रवाद के वन नेशन, वन टैक्स, वन लैंग्वेज और एक सरकार के प्रवक्ता की तरह बात कर रहे हैं.

वहीं सिद्धारमैया ने बुधवार शाम कहा कि हिंदी कभी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं थी और न कभी होगी. हमारे देश की भाषाई विविधता का सम्मान करना हर भारतीय का कर्तव्य है. ये विवाद तब शुरू हुआ जब अजय देवगन ने कहा कि "हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्रीय भाषा थी, है और हमेशा रहेगी." वह कन्नड़ अभिनेता सुदीप किच्चा के बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिन्होंने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है.

उत्तर भारत में भी जबरदस्त प्रदर्शन करने वाली हाल ही में रिलीज हुई ब्लॉकबस्टर कन्नड़ फिल्म "केजीएफ : अध्याय 2" पर एक टिप्पणी का जवाब देते हुए सुदीप ने कहा था कि हर कोई कहता है किएक कन्नड़ फिल्म जो अखिल भारतीय स्तर पर बनाई गई, लेकिन एक छोटा सा सुधार कर दूं  कि हिंदी अब राष्ट्रभाषा नहीं है.

हिंदी फिल्म उद्योग पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि बॉलीवुड कई अखिल भारतीय फिल्में बनाता है, जो तेलुगु और तमिल में रिलीज़ होती हैं, लेकिन उन्हें उस तरह की सफलता के लिए संघर्ष करना पड़ता है. आज हम ऐसी फिल्में बना रहे हैं जिसकी अलग और सब पहुंच बन रही है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अजय देवगन ने कहा कि @KicchaSudeep मेरे भाई,आपके अनुसार अगर हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है तो आप अपनी  मातृभाषा की फ़िल्मों को हिंदी में डब करके क्यूं रिलीज़ करते हैं? हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्रीय भाषा थी, है और हमेशा रहेगी. जन गण मन.

पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने आज कहा कि "हिंदी बेस्ड राजनीतिक दलों" ने हमेशा क्षेत्रीय भाषाओं को "नष्ट" करने की कोशिश की है. उन्होंने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने "हिंदी थोंपना" शुरू किया जिसे भाजपा द्वारा जारी रखा जा रहा है. JD (S) के नेता ने आगे कहा कि अजय देवगन को यह महसूस करना चाहिए कि कन्नड़ सिनेमा हिंदी फिल्म उद्योग से आगे निकल रहा है. कन्नड़ लोगों के प्रोत्साहन के कारण हिंदी सिनेमा का विकास हुआ. देवगन को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी पहली फिल्म 'फूल और कांटे' बेंगलुरु में एक साल तक  चली थी.

हालांकि दोनों अभिनेता बाद में इस विवाद को शांत करने की दिशा में काम करते दिखे. सुदीप ने ट्वीट किया कि उन्होंने ये टिप्पणी अलग संदर्भ में की थी. यह टिप्पणी किसी को आहत करने या भड़काने के लिए नहीं थी. इसके बाद अजय देवगन ने भी ट्वीट किया कि हाय किच्चा सुदीप. आप दोस्त हैं. गलतफहमी दूर करने के लिए शुक्रिया.मैंने हमेशा फिल्म इंडस्ट्री को एक माना है. हम सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं और उम्मीद करते हैं कि हर कोई हमारी भाषा का भी सम्मान करेगा. 
 

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