यूपी और बिहार में वायु सेना के जवान बाढ़ राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं.
नई दिल्ली:
भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर पिछले नौ दिनों से बिहार तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में बाढ़ राहत बचाव कार्य में लगे हैं. यह हेलीकॉप्टर वायु सेना स्टेशन गोरखपुर से उड़ान भर रहे हैं.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव राहत के लिए अभी तक इन हेलीकॉप्टरों ने 60 घंटे में कुल 130 उड़ानें गोरखपुर वायु सेना स्टेशन से भरी हैं. उत्तर प्रदेश तथा बिहार के अलग-अलग इलाकों में इनसे अभी तक 60 टन खाद्य पैकेट गिराए जा चुके हैं.
इस राहत व बचाव कार्य की शुरुआत 14 अगस्त को हुई जब इस क्षेत्र में मूसलाधार बारिश होने के कारण गंडक नदी के आस-पास के सभी गांवों में पानी भर गया. खराब मौसम के बावजूद वायु सेना के पायलटों के साहस के बल पर महाराजगंज के उत्तर में बैथोलिया गांव में फंसे हुए 43 नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. विंग कमांडर निखिल मेहरोत्रा ने बाढ़ क्षेत्र से 15 लोगों को विंच करके तथा 28 ग्रामीणों को 11 अलग-अलग स्थानों से बचाव राहत कार्य के दौरान सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. अभी तक उत्तर प्रदेश में 130 लोगों को विभिन्न स्थानों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है.
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इसके साथ ही खाद्य पैकेटों को लगभग सभी प्रभावित क्षेत्रों में गिराने का काम जारी है. इस काम में तीन हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है. हेलीकॉप्टरों ने बेतिया, महाराजगंज तथा कुशीनगर जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अनेक उड़ानें भरीं. पायलट विंग कमांडर आरके शर्मा की हवाई सर्वेक्षण रिपोर्ट के आधार पर सिद्धार्थनगर जिले में भी बचाव राहत कार्य शुरू किया गया है.
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पहले हेलिकॉप्टर द्वारा बिहार के बेतिया जिले में बचाव राहत कार्य शुरू किया गया, जिसके द्वारा गंडक नदी के पश्चिमी किनारे पर स्थित मंझरिया, पिपरसी, बिनवलिया, खप्परसा, बलवाल तथा बलुआ गांवों और संगौली, सेमरालाबेदहा नगरों में खाद्य पैकेट गिराए गए. दूसरे हेलिकॉप्टर ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से साठ किलोमीटर उत्तर में स्थित शिवपुर, मर्चावाहा तथा शोंगी बरवा में राहत कार्य किए. तीसरे हेलिकॉप्टर द्वारा उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के प्रतापपुर तथा गंगावाल नगरों में बाढ़ राहत बचाव कार्य किए गए.
19 अगस्त को मोतीहारी जिले के सभी गांव बाढ़ के कारण जलमग्न हो गए. अतः इस दिन नई उड़ानें भरी गईं. कमान अफसर विंग कमांडर प्रणय कुमार, मोतीहारी जिले में व्यापक बाढ़ राहत अभियान को लगातार तीन दिनों तक अंजाम दिया. इस दौरान सिंगरौली, फुलवर, सिमरा, सिक्ता तथा रंगपारा गांव के बाढ़ प्रभावित लोगों को समय से खाद्य पैकेट तथा राहत सामग्री पहुंचाई गई.
VIDEO : बिहार में बाढ़ का कहर
वायुसेना का कहना है कि जब तक इन क्षेत्रों में हालात सामान्य नहीं हो जाते या फिर पानी का स्तर घट नहीं जाता तब तक नियमित बचाव राहत अभियान जारी रहेगा.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव राहत के लिए अभी तक इन हेलीकॉप्टरों ने 60 घंटे में कुल 130 उड़ानें गोरखपुर वायु सेना स्टेशन से भरी हैं. उत्तर प्रदेश तथा बिहार के अलग-अलग इलाकों में इनसे अभी तक 60 टन खाद्य पैकेट गिराए जा चुके हैं.
इस राहत व बचाव कार्य की शुरुआत 14 अगस्त को हुई जब इस क्षेत्र में मूसलाधार बारिश होने के कारण गंडक नदी के आस-पास के सभी गांवों में पानी भर गया. खराब मौसम के बावजूद वायु सेना के पायलटों के साहस के बल पर महाराजगंज के उत्तर में बैथोलिया गांव में फंसे हुए 43 नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. विंग कमांडर निखिल मेहरोत्रा ने बाढ़ क्षेत्र से 15 लोगों को विंच करके तथा 28 ग्रामीणों को 11 अलग-अलग स्थानों से बचाव राहत कार्य के दौरान सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. अभी तक उत्तर प्रदेश में 130 लोगों को विभिन्न स्थानों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है.
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इसके साथ ही खाद्य पैकेटों को लगभग सभी प्रभावित क्षेत्रों में गिराने का काम जारी है. इस काम में तीन हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है. हेलीकॉप्टरों ने बेतिया, महाराजगंज तथा कुशीनगर जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अनेक उड़ानें भरीं. पायलट विंग कमांडर आरके शर्मा की हवाई सर्वेक्षण रिपोर्ट के आधार पर सिद्धार्थनगर जिले में भी बचाव राहत कार्य शुरू किया गया है.
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19 अगस्त को मोतीहारी जिले के सभी गांव बाढ़ के कारण जलमग्न हो गए. अतः इस दिन नई उड़ानें भरी गईं. कमान अफसर विंग कमांडर प्रणय कुमार, मोतीहारी जिले में व्यापक बाढ़ राहत अभियान को लगातार तीन दिनों तक अंजाम दिया. इस दौरान सिंगरौली, फुलवर, सिमरा, सिक्ता तथा रंगपारा गांव के बाढ़ प्रभावित लोगों को समय से खाद्य पैकेट तथा राहत सामग्री पहुंचाई गई.
VIDEO : बिहार में बाढ़ का कहर
वायुसेना का कहना है कि जब तक इन क्षेत्रों में हालात सामान्य नहीं हो जाते या फिर पानी का स्तर घट नहीं जाता तब तक नियमित बचाव राहत अभियान जारी रहेगा.
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