अग्निपथ योजना (Agnipath Recruitment Scheme) के विरोध के बीच सेना ने अग्निवीरों की भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. सेना के शीर्ष अधिकारियों ने रविवार को साझा प्रेस कान्फ्रेंस किया. इसमें बताया गया कि अग्निपथ के पहले बैच के लिए 24 जून से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करेगी. एक महीने बाद 24 जुलाई से ऑनलाइन एग्जॉम प्रारंभ हो जाएगा. नौसेना भी 25 जून तक भर्ती प्रक्रिया के लिए विज्ञापन सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भेजेगा. एयरफोर्स की तरह नेवी की भी ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया होगी.
40 हजार अग्निवीरों की भर्ती के लिए 83 रैलियां
सेना अग्निपथ योजना के तहत करीब 40,000 अग्निवीरों की भर्ती करने के लिए 83 रैलियां आयोजित करेगी. अग्निवीरों के दूसरे बैच को अगले साल फरवरी तक सेना में शामिल किया जाएगा. करीब 25,000 अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर में सेना में शामिल होगा. अग्निपथ योजना के तहत भर्ती रैलियां अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में पूरे भारत में होंगी.
नौसेना में पुरुषों एवं महिलाओं दोनों की भर्ती
हम अग्निपथ योजना के तहत पुरुषों एवं महिलाओं दोनों की भर्ती कर रहे हैं. अग्निवीरों का पहला बैच 21 नवंबर को प्रशिक्षण संस्थानों में रिपोर्ट करने लगेगा. भारतीय नौसेना जून तक अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के ब्योरे के साथ आएगी.
दिसंबर में शामिल होगा पहला बैच
वायुसेना में अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर में शामिल किया जाएगा, 30 दिसंबर को प्रशिक्षण शुरू होगा. वायुसेना 24 जून को अग्निपथ योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करेगी, ऑनलाइन परीक्षा प्रक्रिया 24 जुलाई को प्रारंभ होगी. 'अग्निवीरों' की सेवा शर्तें नियमित सैनिकों के जैसी ही होंगी.
साल में 30 पेड लीव मिलेंगे
आवेदकों को पहले से तय मेडिकल टेस्ट से गुजरना होगा. अग्निवीर भी वायु सेना के अन्य जवानों को मिलने वाले पदक और अवार्ड के लिए एलिजिबल होंगे. साथ ही इन्हें साल में 30 पेड लीव मिलेंगे. जबकि सिक लीव चिकित्सकीय परामर्श के अनुरूप दिया जाएगा. ट्रेनिंग के दौरान उन्हें सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी.
बीच में सेवा छोड़ने की इजाजत नहीं
हालांकि, खास परिस्थियों को छोड़ कर ट्रेनिंग अवधि के बीच में उन्हें सेवा छोड़ने की इजाजत नहीं मिलेगी. अग्निपथ योजना के तहत उन्हें सेवा के पहले साल 30 हजार रुपये सैलरी के तौर पर मिलेंगे, जिनमें से 21 हजार सीधे उनके खाते में जाएगा और 9000 हजार रुपये अग्निवीर कॉर्प्स फंड में जाएंगे. हर साल सैलरी में वृद्धि होगी. ट्रेनिंग के अखिरी वर्ष में अग्निवीर की सैलरी 40 हजार रुपये हो जाएगी.
ट्रेनिंग के दौरान मिलेगा 48 लाख का लाइफ इंश्योरेंस
ट्रेनिंग के चार साल बाद जब 75 प्रतिशत अग्निवीरों को रिटायर किया जाएगा तो उन्हें 10 लाख चार हजार रुपये सेवा निधि के तहत दिए जाएंगे, जिसमें पांच लाख दो हजार रुपये उनके खुद के कमाए हुए होंगे. इसके अतिरिक्त उन्हें सरकार की ओर से किसी तरह की कोई ग्रेचुइटी या अन्य फंड नहीं मिलेगा. हालांकि, ट्रेनिंग अवधि के दौरान उन्हें 48 लाख रुपये का लाइफ इंश्योरेंस मिलेगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एयर मार्शल एसके झा ने कहा, "पहले बैच का 30 दिसंबर तक प्रशिक्षण शुरू होगा."
नौसेना प्रमुख, वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा, "इस साल 21 नवंबर से, पहला नौसैनिक 'अग्निवीर' प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आईएनएस चिल्का, ओडिशा में पहुंचना शुरू कर देगा. इसके लिए महिला और पुरुष दोनों अग्निवीरों को अनुमति है."
अग्निपथ: रियायतें पहले से ही तय थीं, आंदोलन के बाद का फैसला नहीं, बोली केंद्र सरकार
अगले 4-5 सालों में एक लाख तक होगी भर्ती
लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने कहा कि केंद्र योजना का विश्लेषण करने के लिए सेना के 46,000 उम्मीदवारों की भर्ती के साथ शुरुआत करेगा. उन्होंने कहा, "अगले 4-5 वर्षों में, हमारी भर्ती (सैनिकों की) 50,000-60,000 होगी और बाद में बढ़कर 90,000 से 1 लाख हो जाएगी. हमने बुनियादी क्षमता का निर्माण करने और योजना का विश्लेषण करने के लिए 46,000 से छोटी शुरुआत की है."
चार साल के कार्यकाल के लिए सेना में शामिल
निकट भविष्य में 1.25 लाख तक 'अग्निवीरों' का सालाना चयन किया जाएगा, जो फिलहाल 46,000 है. इस योजना के तहत, 17.5 वर्ष से 23 वर्ष की आयु के लोगों को चार साल के कार्यकाल के लिए सेना में शामिल किया जाएगा. इस अवधि के दौरान, उन्हें 30,000-40,000 रुपये से अधिक भत्ते के बीच मासिक वेतन का भुगतान किया जाएगा, इसके बाद बिना ग्रैच्युटी और पेंशन लाभ के अधिकांश के लिए अनिवार्य सेवानिवृत्ति होगी.
केंद्र ने प्रदर्शनकारियों से विरोध नहीं करने और सेना के नए भर्ती कार्यक्रम को समझने की अपील की है. सरकार ने युवाओं को समझाया कि उनके कार्यकाल और सरकारी सेवाओं में प्राथमिकता के बाद उन्हें 11.71 लाख रुपये का एक्जिट पैकेज मिलेगा.
'अग्निपथ हिंसा में शामिल नहीं थे', अग्निवीर आवेदकों को देना होगा शपथ पत्र: टॉप मिलिट्री अफसर
सेना में 4 साल की सेवा के बाद रक्षा मंत्रालय में 10 फीसदी आरक्षण
सशस्त्र बलों में 4 साल की सेवा समाप्त होने के बाद अग्निवीरों को सहायक उपाय प्रदान करने के लिए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को आवश्यक पात्रता को पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए रक्षा मंत्रालय में नौकरी की 10 प्रतिशत रिक्तियों को आरक्षित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.
सरकार ने यह भी घोषणा की कि उसने 2022 के भर्ती के लिए अग्निवीरों की आयु सीमा को 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष करने का निर्णय लिया है.
सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और असम राइफल्स में भर्ती के लिए 10 प्रतिशत रिक्तियों को आरक्षित करने का निर्णय लिया है. गृह मंत्रालय ने आगे घोषणा की है कि वह सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती के लिए निर्धारित ऊपरी आयु सीमा से अधिक आयु में तीन साल की छूट देगा. अग्निवीरों के पहले बैच के लिए आयु में पांच वर्ष की छूट होगी.
राज्यों ने पुलिस बल में आरक्षण की घोषणा की
इसके अलावा, असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कर्नाटक जैसी कई राज्य सरकारें सामने आई हैं और अग्निवरों के लिए विभिन्न सहायक उपायों की घोषणा की है जो अपनी 4 साल की सेवा के बाद नागरिक जीवन में लौट आएंगे.
कई राज्य सरकारों ने घोषणा की है कि 4 साल तक सशस्त्र बलों की सेवा करने के बाद, राज्य पुलिस बलों में रिक्त पदों को भरने के लिए अग्निवीरों को वरीयता दी जाएगी.
अग्निपथ की आग पहुंची मुंबई, 5वें दिन भी इन इलाकों में युवाओं ने की तोड़फोड़ और आगजनी
केंद्र की अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद छात्रों का आंदोलन
केंद्र की इस योजना की घोषणा के बाद, आंदोलन शुरू हो गए और विभिन्न राज्यों में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, पंजाब, झारखंड और असम सहित कई राज्यों में अब तक विरोध प्रदर्शन हुए हैं. कुछ राज्यों में, विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए, जिसमें ट्रेनों में आग लगाना और पथराव की घटनाएं शामिल थीं. इसमें गिरफ्तारियां भी की गईं.
यूपी में 250 लोग गिरफ्तार, तेलंगाना में एक की मौत
उत्तर प्रदेश में शुक्रवार तक कम से कम 250 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और छह प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. तेलंगाना के सिकंदराबाद जिले में प्रदर्शन के दौरान एक की मौत हो गई.
प्रदर्शनकारियों ने भारतीय सेना में चार साल के संविदात्मक रोजगार के बाद अपने भविष्य के बारे में चिंता व्यक्त की, इसलिए, योजना को तत्काल वापस लेने की मांग की.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं