दिल्ली AIIMS का सर्वर चीनियों द्वारा हैक किया था. जिसके कारण एम्स का सर्वर कई दिन दिन तक ठप रहा और सभी ऑनलाइन सेवाएं बंद हो गई थीं.अब धीरे-धीरे सर्वर रिस्टोर हो रहा है. सूत्रों के मुताबिक हैकरों ने एम्स के पूरे डाटा को लॉक कर दिया था और अनलॉक करने के लिए पैसे मांग रहे थे. सूत्रों के मुताबिक हैकिंग करने वाले हांगकांग से थे. एक शीर्ष सूत्र ने कहा, "सर्वर हमला चीनियों द्वारा किया गया था. 100 सर्वरों में से - 40 भौतिक और 60 आभासी - पांच भौतिक सर्वर हैकर्स ने हैक किए थे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हैकरों ने एम्स के सर्वर पर दो मेल से 23 नवंबर को सुबह 7 बजकर 7 मिनट और 49 सेकेंड पर साइबर अटैक किया था. इसके बाद एम्स का मेन सर्वर और एप्लीकेशन सर्वर पूरी तरह ठप हो गया था. हैकरों ने कहा कि उनको कितना पैसा देना है, ये डाटा को रिपेयर करने पर निर्भर करेगा. जितने जल्दी पैसा मिलेगा, उतनी जल्द ही डाटा अनलॉक हो जाएगा. पैसे मिलते ही एम्स के आईटी डिपॉर्टमेंट को डाटा को अनलॉक करने की चाबी भेज दी जाएगी.
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सूत्रों के मुताबिक हैकरों ने चेतावती दी थी कि डाटा को अनलॉक करने के लिए तीसरी पार्टी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल न करें. अगर ऐसा किया तो पूरा डाटा उड़ जाएगा.
बता दें हर साल, शीर्ष राजनीतिक नेताओं, नौकरशाहों और न्यायाधीशों सहित लगभग 38 लाख मरीज एम्स में इलाज करवाते हैं.
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