मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPIM) के नेता एम वाई तारिगामी ने शनिवार को कहा कि जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 (Article 370) के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने, से केन्द्र शासित प्रदेश के लोगों की मानसिकता पर ‘‘गहरा असर'' पड़ा है. वाम दल ने अपने राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम के तहत यहां प्रेस कॉलोनी में प्रदर्शन किया और महंगाई, बेरोजगारी, कामकाजी ,किसानों,सेब उगाने वालों तथा लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमले के खिलाफ आवाज उठाई.
हाथों में तख्ती लिए प्रदर्शनकारियों ने भारतीय जनता पार्टी की नीतियों के खिलाफ नारे लगाए. तारिगामी ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया और संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के बाद रोजगार पैदा करने,निवेश और क्षेत्र के लिए किए गए अन्य वादों के बारे में सरकार से प्रश्न किया. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा किए गए सभी वादे ‘‘धोखा साबित हुए''हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘ बेरोजगारी अब तक सबसे ऊंचे स्तर पर है. ‘सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी' (सीएमआईई) ने जम्मू-कश्मीर के लिए पिछले महीने बेरोजगारी दर 32.8 प्रतिशत आंकी है, जो देश में दूसरे नंबर पर है. तारिगामी ने कहा, ‘‘क्षेत्र में अनिश्चितता के चलते लाखों लोगों ने अपनी नौकरी गंवा दी है. हजारों की संख्या में दिहाड़ी मजदूरों, कामगारों ,योजना कर्मियों और अन्य लोगों को कई महीनों से भत्ते नहीं मिले हैं.''
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं