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This Article is From Jul 03, 2017

अखिलेश यादव के सीएम रहते गोसेवा आयोग का 86 प्रतिशत फंड अकेले अपर्णा यादव के NGO को दिया गया

मुलायम के बेटे प्रतीक यादव ने इस पर कहा कि हमारी संस्था सबसे ज्यादा काम कर रही है तो इसमें हर्ज है. वहीं अपर्णा यादव ने कहा कि  ये संस्था काम करेगी तो उसको 86 प्रतिशत क्या 100 प्रतिशत देना चाहिए.

अखिलेश यादव के सीएम रहते गोसेवा आयोग का 86 प्रतिशत फंड अकेले अपर्णा यादव के NGO को दिया गया
अपर्णा यादव के एनजीओ को दिया गया 86 प्रतिशत फंड
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी तो गोसेवा के लिए जो अनुदान दिया गया वह विवादों में आ गया है. आरटीआई से खुलासा हुआ है कि करीब 86% अनुदान अखिलेश यादव के भाई प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव के एनजीओ को दिया गया है. राज्य में अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान, गौसेवा आयोग से मिलने वाले गौशाला फंड्स का बड़ा हिस्सा अपर्णा यादव के एनजीओ जीव आश्रय को गया है. जीव आश्रय राज्य के अमौसी इलाके के पास स्थित कान्हा उपवन गौशाला के संचालन का काम देखता है.

मुलायम के बेटे प्रतीक यादव ने इस पर कहा कि हमारी संस्था सबसे ज्यादा काम कर रही है तो इसमें हर्ज है. वहीं अपर्णा यादव ने कहा कि  ये संस्था काम करेगी तो उसको 86 प्रतिशत क्या 100 प्रतिशत देना चाहिए. ये अच्छी बात है कि जिसने काम किया उसे पैसे मिलने चाहिए. कोई गुनाह की बात नहीं. जानवरों की देखरेख के लिए फंड की जरूरत पड़ती है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- एनजीओ जीव आश्रय को वित्त वर्ष 2012-13 में 50 लाख, 2013-14 में 1.25 करोड़ और 2014-15 में 1.41 करोड़ रुपये, गौसेवा आयोग द्वारा आवंटित किए गए. ठीक इसी तरह वित्त वर्ष 2015-16 में 2.58 करोड़ रुपये और 2016-17 में 2.55 करोड़ और एनजीओ जीव आश्रय को आवंटित किए गए थे. वहीं जारी वित्त वर्ष (2017-18) में विभिन्न गौशालाओं को 1.05 करोड़ रुपये आवंटित किए गए जबकि जीव आश्रय को अभी तक कोई राशि आवंटित नहीं की गई है. वहीं इस साल जिस गौशाला को सबसे ज्यादा राशि आवंटित की गई है वह ललितपुर की दयोदय गौशाला है. इस गौशाला को 63 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं. ये आंकड़े आरटीआई के जरिए प्राप्त किए गए हैं.

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