चंडीगढ़ में पीएम नरेंद्र मोदी योग करते हुए
चंडीगढ़:
दूसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी आज चंडीगढ़ के कैपिटल कॉम्प्लेक्स में करीब 32 हजार लोगों के साथ मौजूद रहे। पीएम के साथ पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल भी मौजूद थे।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि शून्य बजट में कोई स्वास्थ्य बीमा नहीं मिलता है, लेकिन योग शून्य बजट में स्वास्थ्य आश्वासन देता है। भारत जैसे विकासशील देश अगर निवारक स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान दें, तो हम बहुत बचत कर सकते हैं। निवारक देखभाल के तरीकों में योग सबसे किफायती एवं सुगम है इसलिए योग को हमारी जिंदगी का हिस्सा बनाना जरूरी है।
इस मौके पर लोगों के संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा -
पीएम मोदी ने कहा कि इस समय देश के हर कोने में योग के कार्यक्रम से लोग जुड़े हुए हैं। यही नहीं विश्व के सभी देश अपने-अपने समय की सुविधा के हिसाब से इस कार्यक्रम के साथ जुड़े हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर इस खास दिन पर दिए जाने वाले दो योग पुरस्कारों की घोषणा की। इसमें एक राष्ट्रीय एवं दूसरा अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है। उन्होंने कहा, मैं आज सरकार की ओर से दो पुरस्कारों का ऐलान कर रहा हूं। इसमें से एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए जबकि दूसरा राष्ट्रीय स्तर पर इस क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए दिया जाएगा इन पुरस्कारों को अंतरराष्ट्रीय योग पुरस्कार और राष्ट्रीय योग पुरस्कार के नाम से जाना जाएगा उन्होंने कहा कि इनसे संबंधित नियम-कायदे बनाने एवं ज्यूरी का निर्णय लेने के लिए एक विशेष समिति का गठन किया जाएगा।
(इनपुट्स IANS से भी)
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि शून्य बजट में कोई स्वास्थ्य बीमा नहीं मिलता है, लेकिन योग शून्य बजट में स्वास्थ्य आश्वासन देता है। भारत जैसे विकासशील देश अगर निवारक स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान दें, तो हम बहुत बचत कर सकते हैं। निवारक देखभाल के तरीकों में योग सबसे किफायती एवं सुगम है इसलिए योग को हमारी जिंदगी का हिस्सा बनाना जरूरी है।
इस मौके पर लोगों के संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा -
पीएम मोदी ने कहा कि इस समय देश के हर कोने में योग के कार्यक्रम से लोग जुड़े हुए हैं। यही नहीं विश्व के सभी देश अपने-अपने समय की सुविधा के हिसाब से इस कार्यक्रम के साथ जुड़े हुए हैं।
- UN द्वारा पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। भारत के अनुरोध पर गत वर्ष इसका प्रारंभ हुआ। 21 जून इस लिए चुनाव गया क्योंकि यह दुनिया के बड़े हिस्से में सबसे लंबा दिवस होता है।
- पूरे विश्व ने योग दिवस का साथ दिया। विकसित से लेकर विकासशील देश इसके साथ जुड़े। यूएन द्वारा घोषित किए गए इतने दिवस में कोई दिवस जनांदोलन बन गया हो ऐसा योग दिवस के साथ ही हुआ है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बराबरी कोई और दिवस नहीं कर पा रहा है।
- योग क्या मिलेगा इसके लिए नहीं है। योग क्या दे पाऊंगा इसके लिए है। यह मुक्ति का मार्ग है, पाने का मार्ग नहीं है।
- सभी संप्रदाय इस बात पर बल देते हैं, कि मृत्यु के बाद आपको क्या प्राप्त होगा। परलोक में क्या मिलेगा। योग इहलोक के लिए है। यह समाज में एकसूत्रता की ताकत देता है। इसी जन्म में क्या मिलेगा उसी का विज्ञान है योग है।
- योग आस्तिक के लिए भी है और नास्तिक के लिए भी। दुनिया में कहीं भी जीरो बजट से हेल्थ इंश्योरेंस नहीं होता है। लेकिन योग इसकी गारंटी देता है। गरीब और अमीर सभी के लिए है योग।
- गरीब देशों के लिए यह सबसे उपयोगी है। इससे काफी पैसा बचाया जा सकता है। योग सरल, सस्ता और सभी के लिए उपलब्ध स्वस्थ रहने का मार्ग है। योग को जीवन से जोड़ना जरूरी है।
- अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए योग जरूरी है। आज योग प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है। भारत सरकार ने योग को बढ़ावा देने के लिए विश्व स्तर पर प्रयास किए हैं। योग की शुद्धता बरकरार रखने के लिए भी काम किया जा रहा है।
- योग हमारे लिए सामाजिक, आर्थिक और आध्यात्मिक चेतना का साधन बन गया है। जनसामान्य की भलाई के लिए योग जरूरी है। योग इहलोक में क्षमता बढ़ाने का काम करता है।
- विश्व में योग बड़ा कारोबार भी बनता जा रहा है। दुनिया के हर देश में योग ट्रेनर की जरूरत है। योग के साथ अरबों-खरबों का काम हो गया है। कई टीवी चैनल योग को समर्पित हैं।
- योगाचार्यों से पीएम मोदी ने अपील की कि अगले एक वर्ष में क्या हम एक विषय पर केंद्रित रह सकते हैं। मधुमेह के लिए योगाचार्य एक हों। इस पर ध्यान दें। भारत में इसके रोगी बढ़ रहे हैं।
- इसके लिए यौगिक उपाय लोगों तक पहुंचाए जाएं।
- योग फिटनेस के साथ वेलनेस की गारंटी। अंतराष्ट्रीय योग अवार्ड और राष्ट्रीय योग अवार्ड की घोषणा की है। इसके लिए एक ज्यूरी होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर इस खास दिन पर दिए जाने वाले दो योग पुरस्कारों की घोषणा की। इसमें एक राष्ट्रीय एवं दूसरा अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है। उन्होंने कहा, मैं आज सरकार की ओर से दो पुरस्कारों का ऐलान कर रहा हूं। इसमें से एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए जबकि दूसरा राष्ट्रीय स्तर पर इस क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए दिया जाएगा इन पुरस्कारों को अंतरराष्ट्रीय योग पुरस्कार और राष्ट्रीय योग पुरस्कार के नाम से जाना जाएगा उन्होंने कहा कि इनसे संबंधित नियम-कायदे बनाने एवं ज्यूरी का निर्णय लेने के लिए एक विशेष समिति का गठन किया जाएगा।
(इनपुट्स IANS से भी)
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