विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day) के अवसर पर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने रविवार को लोगों को बढ़ती जनसंख्या से उत्पन्न होने वाली समस्याओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या असमानता समेत बड़ी समस्याओं की जड़ है.
सीएम ने ट्वीट कर कहा, "बढ़ती हुई जनसंख्या समाज में व्याप्त असमानता समेत प्रमुख समस्याओं का मूल है. समुन्नत समाज की स्थापना के लिए जनसंख्या नियंत्रण प्राथमिक शर्त है. आइये, इस 'विश्व जनसंख्या दिवस' पर बढ़ती जनसंख्या से बढ़ती समस्याओं के प्रति स्वयं व समाज को जागरूक करने का प्रण लें."
बढ़ती हुई जनसंख्या समाज में व्याप्त असमानता समेत प्रमुख समस्याओं का मूल है। समुन्नत समाज की स्थापना के लिए जनसंख्या नियंत्रण प्राथमिक शर्त है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 11, 2021
आइये, इस 'विश्व जनसंख्या दिवस' पर बढ़ती जनसंख्या से बढ़ती समस्याओं के प्रति स्वयं व समाज को जागरूक करने का प्रण लें।
'2 से ज्यादा बच्चे होने पर UP में न मिलेगी सरकारी नौकरी, न लड़ पाएंगे निकाय चुनाव', मसौदा तैयार
एक दिन पहले ही उत्तर प्रदेश विधि आयोग के अध्यक्ष आदित्यनाथ मित्तल ने शनिवार को कहा था कि राज्य में प्रस्तावित जनसंख्या नियंत्रण विधेयक के तहत कोई भी दंपत्ति जो टू चाइल्ड पॉलिसी का पालन करेगा, उसे सरकार की ओर से भत्ते मिलेंगे.
राज्य के विधि आयोग ने प्रस्तावित "यूपी जनसंख्या (नियंत्रण, स्थिरीकरण और कल्याण) विधेयक, 2021" का पहला मसौदा सार्वजनिक तौर में जारी किया है और 19 जुलाई तक इस पर जनता के सुझाव आमंत्रित किए हैं.
इस बिल के मसौदे में दो बच्चों की नीति का उल्लंघन करने वालों को स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने और सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन करने से रोकने का प्रस्ताव है. बिल में चार लोगों का ही राशन कार्ड पर एंट्री सीमित करने का भी प्रावधान है. बिल में सरकारी सेवकों का प्रमोशन रोकने और 77 तरह की सरकारी योजनाओं और अनुदान से भी वंचित करने का प्रावधान है.
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