सुप्रीम कोर्ट के वकील आजकल 50 पैसे का सिक्का ढूंढ रहे हैं. 200 सिक्के चाहिए, जिसमें से अबतक 75 सिक्के इकट्ठे हो चुके हैं. जब 200 सिक्के यानी 100 रूपये इकट्ठे हो जाएंगे, सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री में जमा होंगे. यह एक सांकेतिक विरोध है, सुप्रीम कोर्ट के एक वकील रीपक कंसल पर कोर्ट द्वारा 100 रुपये जुर्माना लगाने के खिलाफ हैं.
जस्टिस अरुण मिश्रा, जस्टिस एस अब्दुल नज़ीर और जस्टिस एम आर शाह की बेंच ने रीपक कंसल की याचिका में लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए 100 रुपये का सांकेतिक जुर्माना लगाया था.
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के वकील रीपक कंसल ने सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री पर आरोप लगाया था कि रजिस्ट्री, कुछ मामलों (केस) को लिस्ट करने के मामले में भेदभाव और अनुचित प्राथमिकताएं दिखा रही है.
रीपक कंसल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के सेक्शन ऑफिसर और/या रजिस्ट्री नियमित रूप से कुछ लॉ फॉर्म्स और प्रभावशाली वकीलों और उनके केसेज को ‘वीवीआइपी ट्रीटमेंट' देते हैं, जो सुप्रीम कोर्ट में न्याय पाने के समान अवसर के खिलाफ है.
कोर्ट से मांग की गई थी कि सुनवाई के लिए मामलों को सूचीबद्ध (लिस्ट) करने में ‘पिक एंड चूज' नीति न अपनाया जाए और कोर्ट रजिस्ट्री को निष्पक्षता और समान व्यवहार का निर्देश दिए जाएं.
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