
अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा, जब नेहरू जी गुस्सा होते थे तो वे कम से कम अच्छा भाषण दिया करते थे, हम उनकी चुटकी लेते थे, लेकिन इंदिरा के साथ ऐसा नहीं है.
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1970 में वाजपेयी की इंदिरा गांधी से हुई थी 'तीखी बहस'
अटल बिहारी वाजपेयी अभी एम्स में भर्ती हैं
यूरिन संक्रमण के कारण अस्पताल में हुए थे भर्ती
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वरिष्ठ पत्रकार और लेखक किंगशुक नाग अपनी किताब 'अटल बिहारी वाजपेयी- अ मैन फॉर ऑल सीजंस' में इस घटना का जिक्र करते हुए लिखते हैं कि अटल जी यहीं नहीं रुके. उन्होंने इंदिरा गांधी को जवाब में कहा कि, ' जब नेहरू जी गुस्सा होते थे तो वे कम से कम अच्छा भाषण दिया करते थे, हम उनकी चुटकी लेते थे, लेकिन हम इंदिरा के साथ ऐसा नहीं कर सकते हैं क्योंकि वह खुद गुस्सा हो जाती हैं'. जनसंघ पर टिप्पणी का जवाब देने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने इंदिरा गांधी द्वारा जनसंघ की 'भारतीयता' की अवधारणा पर उठाये गए सवालों का जवाब देते हुए कहा था, 'वह भारतीयता के मायने को ठीक से नहीं समझती हैं, भारतीयता सिर्फ मुस्लिमों से नहीं जुड़ी हुई है. इसमें 52 करोड़ देशवासी समाहित हैं'. इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी के बीच मतभेद और तीखी टिप्पड़ी का दौर अक्सर चलता रहता था. इसी तरह के एक मोड़ पर अटल बिहारी वाजपेयी ने इंदिरा गांधी की सरकार को 'सपेरा' की संज्ञा दे डाली थी. उन्होंने कहा कि, 'जिस तरह सपेरा हमेशा अपने सांप को बक्से में बंद रखता है, ठीक उसी तरह यह सरकार तमाम समस्याओं को एक बक्से में बंद रखती है और सोचती है कि इनका अपने आप हल हो जायेगा'.
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VIDEO:पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत स्थिर
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