रूस (Russia) के लगातार आक्रामक होने की वजह से यूक्रेन (Ukraine) में हालात भयावह होते जा रहे हैं. ऐसे में हर कोई वहां से जल्द से जल्द निकलने की कोशिश में लगा है. तेजी से बिगड़ते हालात को देख भारत सरकार ने लोगों को वहां से निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) शुरू किया है. जिसके तहत भारतीय लोगों को वापस लाया जा रहा है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो (Video) काफी सुर्खियां बटोर रहा है. जिसमें एक पायलट (Pilot) यूक्रेन से निकाले जा रहे लोगों को भरोसा दिलाते दिख रहा है.
सोशल मीडिया (Social Media) पर जो वीडियो लोगों का ध्यान खींच रहा है, उसमें युद्ध प्रभावित यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीयों के दिखाए गए साहस पर गर्व व्यक्त किया और उन्हें आश्वस्त किया कि वे अब सुरक्षित हैं. जैसे ही पायलट (Pilot) ने लोगों को संबोधित किया वैसे ही पूरी फ्लाइट तालियों की गड़गड़ाहट और जयकारों के शोरगुल से गूंज उठी. पायलट वो घोषणा कर रहा है जिसकी तमाम लोग इंतजार में थे. इसलिए पायलट की बात सुन हर कोई खुश हो गया.
यहां देखिए वीडियो-
#WATCH "It's time to go back to our motherland, our home...," says the pilot of a special flight carrying Indians stranded in Ukraine from Budapest to Delhi pic.twitter.com/likhrimPSI
— ANI (@ANI) March 2, 2022
पायलट कहता है कि हम आप सभी को सुरक्षित और स्वस्थ देखकर बहुत खुश हैं, और आपके साहस और दृढ़ संकल्प के लिए आप में से प्रत्येक पर गर्व करते है. उन्होंने कहा, "आपने अनिश्चितता, कठिनाई, भय पर काबू पा लिया है और यहां सुरक्षित रूप से पहुंच गए हैं और अब, अपनी मातृभूमि में वापस जाने का समय आ गया है. अब यह घर जाने का समय है. "बड़े पैमाने पर छात्रों के विमान को वापस बैठने, आराम करने, सोने, तनाव मुक्त करने और उड़ान का आनंद लेने की सलाह देते हुए, पायलट ने कहा कि यात्रियों को जल्द ही उनके परिवारों (Family) तक पहुंचाया जाएगा.
पायलट के ये शब्द सुनते ही जोरदार तालियां बजी और जयकारे लगाए गए. फ्लाइट (Flight) में मौजूद लोग जोर-जोर से वंदे मातरम के नारे लगा रहे थे. करीब 16,000 भारतीय छात्र अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. रूसी सेना ने गुरुवार को यूक्रेन पर आक्रमण शुरू किया था, फंसे हुए छात्र वीडियो के माध्यम से मदद मांग रहे हैं. हाथापाई का आरोप लगाते हुए, उन्होंने कहा कि उन्हें ट्रेनों में चढ़ने की अनुमति नहीं दी जा रही थी और यूक्रेन की सीमाओं पर भारतीय छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया गया था, क्योंकि उन्होंने पड़ोसी देशों में भागने का प्रयास किया था.
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