कांग्रेस ने पार्टी से इस्तीफे की घोषणा करने वाली जयंती नटराजन के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के कामकाज में कभी किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं किया।
जयंती ने शुक्रवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि जब वह केंद्र में पर्यावरण मंत्री थीं तो उनके काम में हस्तक्षेप किया गया और फिर उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश की गई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा कि सोनिया और राहुल ने कभी हस्तक्षेप नहीं किया।
मोइली ने बेंगलुरु में संवाददातओं से कहा, कई मंत्रालयों का प्रभार मेरे पास रहा। मेरे सामने ऐसा कोई मामला नहीं आया जब कांग्रेस अध्यक्ष या उपाध्यक्ष ने प्रशासन में हस्तक्षेप किया हो। मैं नहीं जानता कि उन्होंने किन कारणों से पार्टी के अनुशासन के खिलाफ जाकर यह बयान दिया है।
उन्होंने कहा, यदि कोई (पूर्व) मंत्री कहती हैं कि मैंने ऐसा किसी के कहने पर किया तो वह मंत्री बनने लायक नहीं थीं। मैं कांग्रेस की मीडिया समिति का अध्यक्ष भी रह चुका हूं और तब भी मुझे हस्तक्षेप जैसा कुछ नहीं लगा।
मोइली ने आशंका जताई कि जयंती का यह कदम किसी रूप में प्रेरित हो सकता है। उन्होंने कहा, जयंती ने पत्र क्यों भेजा और फिर इसे सार्वजनिक क्यों किया? इससे साफ है कि यह प्रेरित कदम है।
वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में कहा, मैं वास्तव में नहीं जानता कि मुद्दा क्या है। सबसे पहले यह पूरी तरह गलत है कि सोनिया या राहुल ने कभी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप किया हो। मंत्री निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र थे।
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