शारदा चिटफंड घोटाले में पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री मदन मित्रा की गिरफ्तारी के विरोध में तृणमूल कांग्रेस आज प्रदेश भर में प्रदर्शन करने की तैयारी में है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुलकर केंद्र सरकार के विरोध में उतर आई हैं और उन्होंने मित्रा की गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश बताया है।
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है, तो वह उन्हें गिरफ्तार करके दिखाएं। शारदा चिट फंड घोटाले में मदन मित्रा की गिरफ्तारी अब तक की सबसे बड़ी गिरफ्तारी मानी जा रही है। सीबीआई ने शुक्रवार को उन्हें इस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
करोड़ों रुपये के इस घोटाले में मित्रा पर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और शारदा समूह से आर्थिक लाभ लेने के आरोप हैं। मित्रा की गिरफ्तारी के कुछ ही देर बाद ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए इसे राजनीतिक बदला और बीजेपी की गंदी साजिश करार दिया।
उन्होंने कहा, जो हुआ वह अवैध और असंवैधानिक है। लोकतांत्रिक संस्थानों को तबाह करने का एक खतरनाक कदम है। मेरी सरकार कठोरतम शब्दों में मदन मित्रा की गिरफ्तारी की निंदा करती है।
गुस्से से भभकती ममता ने कहा, यह एक साजिश है, एक बहुत गंदी साजिश, मैं प्रधानमंत्री से कहती हूं कि वह पहले मुझे जेल में डालें। उन्हें (मित्रा को) गवाह के तौर पर बुलाया गया था और कुछ ही घंटों में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, क्या यह राजनीतिक बदला नहीं है?
बीजेपी नेतृत्व और उसके अध्यक्ष अमित शाह पर जोरदार हमला बोलते हुए तृणमूल कांग्रेस की तेजतर्रार नेता ने कहा, हम उनके मुखौटे उखाड़ फेंकेंगे, हम दिल्ली में उनसे लड़ेंगे।
इस बीच, विपक्ष ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा और मदन मित्रा की गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी ने उनके इस्तीफे की मांग कर डाली। बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि जांच धीरे-धीरे बनर्जी के दरवाजे तक पहुंच रही है और मदन मित्रा की गिरफ्तारी दिखाती है कि करोड़ों रुपये के घोटाले में टीएमसी नेता गर्दन तक धंसे हैं।
(इनपुट भाषा से भी)
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