1100 परीक्षार्थियों को अंडरवेयर मात्र में देना पड़ा एग्ज़ाम
मुजफ्फरपुर:
वे आए थे एग्ज़ाम देने, लेकिन उनके कपड़े उतरवा लिए गए। जी हां, यह दुखद लेकिन हैरान कर देने वाली सच्ची घटना है। बिहार के मुजफ्फरपुर में आर्मी में क्लर्क पद की भर्ती के लिए ली गई परीक्षा में सैंकड़ों युवाओं को सोमवार को अंडरवेयर में एग्ज़ाम देना पड़ा। इस मामले पर बवाल मचने के बाद रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने सेना प्रमुख से इस मामले में जवाब मांगा है।
परीक्षा में बैठने आए 1100 उम्मीदवारों को उस वक्त झटका लगा जब एग्ज़ामिनेशन सेंटर पहुंचने पर उनसे कहा गया कि वे अपने कपड़े उतार कर रख दें। सबको यही करना पड़ा। उनसे बनियान भी उतरवा ली गई।
'समय बचाने' के लिए किया गया यह?
इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने आर्मी के सूत्रों के हवाले कहा है कि यह सब इसलिए किया गया ताकि इतने सारे लोगों की तलाशी करने का टाइम बचाया जा सके। आर्मी के रीजनल डायरेक्टर कर्नल वीएस गोधरा ने अखबार से कहा- हम अच्छी तरह से तलाशी करते हैं ताकि कोई भी व्यक्ति कम से कम बाहरी चीजें अंदर ले जाए पाए।
बिहार में एग्ज़ाम पास करने के लिए तमाम तरह से नकल करवाए जाने की खबरें सामने आती रही हैं। इसके पीछे कई बार अभिभावक व एग्जामिनर भी होते हैं। ऐसे में वहां अधिकारियों ने उम्मीदवारों के कपड़े इसलिए उतरवा लिए कि वे फर्रे साथ लेकर हॉल में न जाने पाएं।
अंडरवेयर में जमीन पर बैठकर दिया एग्ज़ाम
परीक्षार्थियों ने केवल अंडरवेयर पहनकर जमीन पर बैठकर आलथी-पालथी मारकर पेपर दिया। अपनी गोद में पेपर शीट रखकर करीब 1 घंटे का यह टेस्ट उन्होंने पूरा किया। कई परीक्षार्थियों ने ठंड की शिकायत की गई पर अनसुनी कर दी गई।
बता दें कि पिछले साल 10वीं क्लास के स्टूडेंट्स की जबरदस्त चीटिंग की ऐसी (नीचे दिखाई गई) तस्वीरों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फजीहत करवाई थी। इस घटना में चीटिंग करवाने के लिए अभिभावकों, रिश्तेदारों को दीवार पर चढ़कर एग्जामिनेशन हॉल में फर्रे पहुंचाने की तस्वीरें सामने आई थीं।
चीटिंग के मामलों पर सरकार हुई है सख्त
बोर्ड एग्जाम्स के मद्देनजर जनवरी के महीने में बिहार सरकार ने 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाने की घोषणा की है। साथ ही चीटिंग करते पकड़े गए विद्यार्थियों की मदद करने वालों को जेल भेजने की बात भी की गई है। क्लासरूम में सीसीटीवी कैमरा लगाने का भी आदेश दिया गया है।
परीक्षा में बैठने आए 1100 उम्मीदवारों को उस वक्त झटका लगा जब एग्ज़ामिनेशन सेंटर पहुंचने पर उनसे कहा गया कि वे अपने कपड़े उतार कर रख दें। सबको यही करना पड़ा। उनसे बनियान भी उतरवा ली गई।
'समय बचाने' के लिए किया गया यह?
इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने आर्मी के सूत्रों के हवाले कहा है कि यह सब इसलिए किया गया ताकि इतने सारे लोगों की तलाशी करने का टाइम बचाया जा सके। आर्मी के रीजनल डायरेक्टर कर्नल वीएस गोधरा ने अखबार से कहा- हम अच्छी तरह से तलाशी करते हैं ताकि कोई भी व्यक्ति कम से कम बाहरी चीजें अंदर ले जाए पाए।
बिहार में एग्ज़ाम पास करने के लिए तमाम तरह से नकल करवाए जाने की खबरें सामने आती रही हैं। इसके पीछे कई बार अभिभावक व एग्जामिनर भी होते हैं। ऐसे में वहां अधिकारियों ने उम्मीदवारों के कपड़े इसलिए उतरवा लिए कि वे फर्रे साथ लेकर हॉल में न जाने पाएं।
अंडरवेयर में जमीन पर बैठकर दिया एग्ज़ाम
परीक्षार्थियों ने केवल अंडरवेयर पहनकर जमीन पर बैठकर आलथी-पालथी मारकर पेपर दिया। अपनी गोद में पेपर शीट रखकर करीब 1 घंटे का यह टेस्ट उन्होंने पूरा किया। कई परीक्षार्थियों ने ठंड की शिकायत की गई पर अनसुनी कर दी गई।
बता दें कि पिछले साल 10वीं क्लास के स्टूडेंट्स की जबरदस्त चीटिंग की ऐसी (नीचे दिखाई गई) तस्वीरों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फजीहत करवाई थी। इस घटना में चीटिंग करवाने के लिए अभिभावकों, रिश्तेदारों को दीवार पर चढ़कर एग्जामिनेशन हॉल में फर्रे पहुंचाने की तस्वीरें सामने आई थीं।
चीटिंग के मामलों पर सरकार हुई है सख्त
बोर्ड एग्जाम्स के मद्देनजर जनवरी के महीने में बिहार सरकार ने 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाने की घोषणा की है। साथ ही चीटिंग करते पकड़े गए विद्यार्थियों की मदद करने वालों को जेल भेजने की बात भी की गई है। क्लासरूम में सीसीटीवी कैमरा लगाने का भी आदेश दिया गया है।
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