रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि देश की सुरक्षा और घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों से निपटने के लिए हमने सेना को खुली छूट दी है। रक्षा मंत्री ने डीडी न्यूज से बात करते हुए कहा कि 'हमने सेना के हाथ नहीं बांधे, सेना को कहा आतंकवादी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दो।'
उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार के आने से सेना का मनोबल बढ़ाने में सरकार कामयाब रही है जबकि बीते कुछ सालों में सेना का मनोबल गिरा ही है। इसकी बड़ी वजह खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी हमेशा सेना के पीछे खड़े रहे।'
यही नहीं, रक्षा मंत्री ने पिछली सरकार पर आरोप लगाया कि उसके ढीले काम काज की वजह सेना के आधुनिकीकरण भी ढंग से नहीं हो पाया। मौजूदा सरकार ने सेना के आधुनिकीकरण के लिए 1 लाख 60 हज़ार करोड़ की खरीद के अनुबंध किये हैं।
रक्षा मंत्री के मुताबिक सही दिशा में चल रही है अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में दलाली को लेकर जांच सही दिशा में चल रही है। अगस्ता के दोषियों तक पहुंचने की हमारी कोशिशों में कोई कमी नहीं होगी। इसको लेकर सारे बड़े लेन-देन टैक्स हैवन देशों में हुए हैं। वहां से जानकारी लाना आसान नहीं, साथ में कानूनी लड़ाई भी लड़नी पड़ेगी।
मंत्री ने आरोप लगाए कि इस सौदे के लिए कांग्रेस ने नियम और प्रक्रियाओं में बदलाव किया। अगस्ता हेलीकॉप्टर की कीमत 100 करोड़ रुपये थी लेकिन कांग्रेस ने दोगुना से ज़्यादा 300 करोड़ में सौदा किया। 2013 में इटली में ओरसी की गिरफ्तारी के बाद यूपीए सरकार ने मामला सीबीआई को सौंपा। सीबीआई को सौंपने के बाद भी अगस्ता का मामला ईडी को देने में 9 महीने लगाए। यूपीए सरकार में 8 महीने तक ईडी ने कार्रवाई नहीं की लेकिन हमारी सरकार आने के बाद जांच तेज़ हुई।
रक्षा मंत्री ने कहा, 'ये भी कहा कि फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा अंतिम चरण में है और डील जल्द ही फाइनल हो जाएगी।' उन्होंने ये भी कहा कि रक्षा खरीद में कड़ी सौदेबाज़ी होनी चाहिए, ताकि देश के पैसे की बचत हो। इसके लिए नीयत का ठीक होना जरूरी है तभी रक्षा सौदों में देश का करोड़ों रुपया बचाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार के आने से सेना का मनोबल बढ़ाने में सरकार कामयाब रही है जबकि बीते कुछ सालों में सेना का मनोबल गिरा ही है। इसकी बड़ी वजह खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी हमेशा सेना के पीछे खड़े रहे।'
यही नहीं, रक्षा मंत्री ने पिछली सरकार पर आरोप लगाया कि उसके ढीले काम काज की वजह सेना के आधुनिकीकरण भी ढंग से नहीं हो पाया। मौजूदा सरकार ने सेना के आधुनिकीकरण के लिए 1 लाख 60 हज़ार करोड़ की खरीद के अनुबंध किये हैं।
रक्षा मंत्री के मुताबिक सही दिशा में चल रही है अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में दलाली को लेकर जांच सही दिशा में चल रही है। अगस्ता के दोषियों तक पहुंचने की हमारी कोशिशों में कोई कमी नहीं होगी। इसको लेकर सारे बड़े लेन-देन टैक्स हैवन देशों में हुए हैं। वहां से जानकारी लाना आसान नहीं, साथ में कानूनी लड़ाई भी लड़नी पड़ेगी।
मंत्री ने आरोप लगाए कि इस सौदे के लिए कांग्रेस ने नियम और प्रक्रियाओं में बदलाव किया। अगस्ता हेलीकॉप्टर की कीमत 100 करोड़ रुपये थी लेकिन कांग्रेस ने दोगुना से ज़्यादा 300 करोड़ में सौदा किया। 2013 में इटली में ओरसी की गिरफ्तारी के बाद यूपीए सरकार ने मामला सीबीआई को सौंपा। सीबीआई को सौंपने के बाद भी अगस्ता का मामला ईडी को देने में 9 महीने लगाए। यूपीए सरकार में 8 महीने तक ईडी ने कार्रवाई नहीं की लेकिन हमारी सरकार आने के बाद जांच तेज़ हुई।
रक्षा मंत्री ने कहा, 'ये भी कहा कि फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा अंतिम चरण में है और डील जल्द ही फाइनल हो जाएगी।' उन्होंने ये भी कहा कि रक्षा खरीद में कड़ी सौदेबाज़ी होनी चाहिए, ताकि देश के पैसे की बचत हो। इसके लिए नीयत का ठीक होना जरूरी है तभी रक्षा सौदों में देश का करोड़ों रुपया बचाया जा सकता है।
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