विज्ञापन
This Article is From Dec 17, 2020

विश्व भारती विश्वविद्यालय के शिक्षक निकाय ने कुलपित के अमर्त्य सेन पर दावे को निराधार बताया

विश्व भारती विश्वविद्यालय के शिक्षकों के एक संगठन ने बुधवार को दावा किया कि कुलपति प्रोफेसर विद्युत चक्रवर्ती ने अर्थशास्त्री अमर्त्यसेन के खिलाफ निराधार टिप्पणी की है.

विश्व भारती विश्वविद्यालय के शिक्षक निकाय ने कुलपित के अमर्त्य सेन पर दावे को निराधार बताया
अर्थशास्त्री अमर्त्यसेन (फाइल फोटो)
कोलकाता:

विश्व भारती विश्वविद्यालय के शिक्षकों के एक संगठन ने बुधवार को दावा किया कि कुलपति प्रोफेसर विद्युत चक्रवर्ती ने अर्थशास्त्री अमर्त्यसेन के खिलाफ निराधार टिप्पणी की है. इससे पहले चक्रवर्ती ने दावा किया था कि नोबेल पुरस्कार से सम्मानित सेन ने उन्हें फोन कर स्वयं को ‘भारत रत्न' बताया था और शांति निकेतन के नजदीक स्थित उनके आवास के आसपास से रेहड़ीवालों को हटाने के अभियान को रोकने की मांग की थी. विश्व-भारती फैकल्टी एसोसिएशन के अध्यक्ष सुदीप्त भट्टाचार्य ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में सेन के साथी शिक्षक ची री ने उनकी ओर से ई-मेल भेजा है जिसमें कहा गया है कि हाल में कुलपति से उनकी इस तरह की कोई बात होने का वाकया उन्हें (सेन को) याद नहीं है.

भट्टाचार्य ने कहा कि कुलपति ने शिक्षकों के साथ हुई ऑनलाइन बैठक में दावा किया था कि उन्हें एक व्यक्ति का फोन आया था जिसने अपना परिचय ‘भारत रत्न अमर्त्य सेन के तौर पर दिया था और उनके घर के नजदीक से रेहड़ीवालों को नहीं हटाने का अनुरोध किया था क्योंकि उनकी बेटी इन रेहड़ी वालों से सब्जी खरीदती है. एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि कुलपति की टिप्पणी पर उन्होंने सेन को ई-मेल भेजा जिसका जवाब मंगलवार को री ने दिया. 

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com