
गोवा पुलिस ने सहकर्मी के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपी तहलका के संपादक तरुण तेजपाल के खिलाफ ‘आव्रजन जांच अलर्ट’ जारी किया है, जो जाहिर तौर पर तेजपाल को देश से बाहर जाने से रोकने के लिए जारी किया गया है।
पीड़ित पत्रकार ने मंगलवार को मुंबई में मामले की जांच कर रही राज्य अपराध शाखा की टीम के सामने गवाही दी जिसके कुछ मिनट बाद अलर्ट जारी किया गया।
उधर, दिल्ली उच्च न्यायालय ने तेजपाल को गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण प्रदान किया। तेजपाल पर 7 और 8 नवंबर को गोवा के एक होटल में एक महिला पत्रकार के यौन उत्पीड़न का आरोप है।
डीआईजी ओपी मिश्रा ने कहा, 'सभी बंदरगाहों को एहतियाती कदम के तौर पर आव्रजन जांच अलर्ट जारी किया गया है ताकि इस मामले में आरोपी देश नहीं छोड़े। अलर्ट इस तरह की परिस्थिति से बचने के लिए जारी किया जाता है जिसमें आरोपी देश छोड़ने की कोशिश कर सकता है।'
उन्होंने कहा कि सभी बंदरगाहों और आव्रजन सुविधा वाले हवाईअड्डों पर भी अलर्ट जारी कर दिया गया है।
डीआईजी ने कहा कि मामले के जांच अधिकारी पीड़ित से बात कर रहे हैं और वह हमारे साथ पूरी तरह सहयोग कर रही है।
उन्होंने पत्रकार द्वारा पुलिस में दर्ज कराए गए बयान का ब्योरा देने से मना कर दिया।
मिश्रा ने कहा कि पुलिस को दिल्ली की एक अदालत में तेजपाल द्वारा दाखिल याचिका के बारे में कोई औपचारिक संदेश अभी तक नहीं मिला है।
उन्होंने कहा, 'मामला अदालत में विचाराधीन होने के चलते मैं अभी इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा।' जांच में किसी तरह के राजनीतिक हस्तक्षेप से इनकार करते हुए डीआईजी ने कहा, 'हम पेशेवर हैं और व्यावसायिक नियमों के अनुसार काम करते हैं।'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं