कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) आज गुलाम नबी आजाद ( Ghulam Nabi Azad) से मिल सकती हैं. सूत्रों ने यह जानकारी दी है. यह मुलाकात आजाद के नेतृत्व में कांग्रेस के जी-23 असंतुष्टों के कोर समूह की बैठक के बाद हो रही है, जिसमें कांग्रेस के आगे के रास्ते को लेकर चर्चा की गई थी. कांग्रेस की लगातार हार के बावजूद कार्यसमिति में वफादारों के गांधी परिवार के नेतृत्व के समर्थन से परेशान असंतुष्टों की शुक्रवार से कई बैठकें हुई हैं. इस बार, पार्टी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्यसमिति ने सोनिया गांधी की अपने बच्चों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ सभी पदों से हटने की पेशकश को ठुकरा दिया था.
G-23 की ओर से लगातार संगठन के पुनर्गठन की मांग की जा रही है. G-23 की ओर से पहली बार 2020 में सोनिया गांधी को चुनावी हार और पार्टी के घटते दबदबे के बारे में लिखा गया था.
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समूह ने बुधवार को एक बयान में कहा, "कांग्रेस के लिए आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका सभी स्तरों पर समावेशी और सामूहिक नेतृत्व और निर्णय लेने का मॉडल अपनाना है." उन्होंने जोर देकर कहा कि वे कांग्रेस को मजबूत करना चाहते हैं और "इसे किसी भी तरह से कमजोर नहीं करना चाहते हैं."
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कल राहुल गांधी ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा से संपर्क किया था, जो बुधवार को जी-23 बैठक में शामिल हुए थे. सूत्रों के मुताबिक, बैठक के दौरान हुड्डा ने इसे स्पष्ट करने के लिए कहा कि पार्टी में कौन निर्णय ले रहा है. सामूहिक रूप से निर्णय लेने की आवश्यकता पर जोर देते हुए हुड्डा ने राहुल गांधी से कहा कि नेताओं को अक्सर समाचार पत्रों से पार्टी के फैसलों के बारे में पता चलता है.
हुड्डा ने यह भी कहा कि जी-23 नेताओं ने कोई "पार्टी विरोधी गतिविधियां" नहीं की हैं, उन्होंने कहा कि समूह की बैठक सोनिया गांधी को सूचित करने के बाद हुई थी.
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