इंद्राणी मुखर्जी (फाइल फोटो)
मुंबई:
मुंबई में अपनी बेटी की हत्या की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने बुधवार को सीबीआई कोर्ट में एक याचिका दाखिल करके पति पीटर मुखर्जी पर आरोप लगाया कि उसने साल 2012 में अपनी बेटी का अपहरण किया और फिर उसे गायब कर दिया.
शीना की हत्या से पहले लाश को ठिकाने लगाने की जगह तलाशती रही थी इंद्राणी मुखर्जी
इंद्राणी मुखर्जी ने याचिका में कहा कि शीना ने लालच, विश्वासघात, ईर्ष्या, हवस और उन लोगों को जिन्हें वह बहुत प्यार और भरोसा करती थी उनके चलते उसने अपना जीवन खो दिया.
इंद्राणी चाहती थी कि फोन कंपनी को आदेश दिया जाए कि पीटर मुखर्जी के साल 2012 से 2015 के कॉल रिकॉर्ड्स निकाले जाए ताकि तथ्यों का पता लगाया जा सके.
इंद्राणी मुखर्जी पर लगा जेल में दंगा भड़काने, दंगा करने का आरोप, एफआईआर दर्ज
आपको बता दें कि अगस्त में इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व ड्राइवर ने अदालत में शीना बोरा हत्या मामले में दो आरोपियों की पहचान साजिशकर्ताओं और हत्यारों के तौर पर की थी. सरकारी गवाह श्यामवर राय ने मामले में उस कठघरे की ओर इशारा किया था जिसमें वे खड़े थे. इंद्राणी और खन्ना अपनी पुत्री शीना की 25 अप्रैल 2012 को उस कार में गला दबाकर हत्या करने के आरोपी हैं जिसे राय चला रहा था. पीटर षड्यंत्र का हिस्सा होने का आरोपी है.
राय ने विशेष न्यायाधीश जे सी जगदले को बताया था कि हत्या के एक दिन बाद वह आम दिन की तरह काम पर गया और पीटर को हवाई अड्डे से लिया. दो दिन बाद वह पीटर और इंद्राणी को हवाई अड्डे ले गया. उसे कुछ दिन बाद इंद्राणी का फोन आया जिसमें उसने बताया कि वह मुम्बई नहीं आएगी और वह दूसरी नौकरी देख ले.
Video: शीना बोरा केस में पुलिस ने मुझे गुमराह किया : देवेंद्र फडणवीस
राय ने कहा, ‘उसने मुझे वह पार्सल फेंकने के लिए कहा (जो मुझे पहले दिया गया था)’. इंद्राणी की सचिव काजल ने उसे तीन महीने का वेतन दिया. राय ने अदालत को बताया कि, ‘जब मैंने पासर्ल देखा तो मैं डर गया क्योंकि उसमें एक देसी पिस्तौल और गोलियां थीं. मैंने पार्सल दो बार फेंकने का प्रयास किया लेकिन कर नहीं सका.’
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इंद्राणी मुखर्जी ने याचिका में कहा कि शीना ने लालच, विश्वासघात, ईर्ष्या, हवस और उन लोगों को जिन्हें वह बहुत प्यार और भरोसा करती थी उनके चलते उसने अपना जीवन खो दिया.
इंद्राणी चाहती थी कि फोन कंपनी को आदेश दिया जाए कि पीटर मुखर्जी के साल 2012 से 2015 के कॉल रिकॉर्ड्स निकाले जाए ताकि तथ्यों का पता लगाया जा सके.
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आपको बता दें कि अगस्त में इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व ड्राइवर ने अदालत में शीना बोरा हत्या मामले में दो आरोपियों की पहचान साजिशकर्ताओं और हत्यारों के तौर पर की थी. सरकारी गवाह श्यामवर राय ने मामले में उस कठघरे की ओर इशारा किया था जिसमें वे खड़े थे. इंद्राणी और खन्ना अपनी पुत्री शीना की 25 अप्रैल 2012 को उस कार में गला दबाकर हत्या करने के आरोपी हैं जिसे राय चला रहा था. पीटर षड्यंत्र का हिस्सा होने का आरोपी है.
राय ने विशेष न्यायाधीश जे सी जगदले को बताया था कि हत्या के एक दिन बाद वह आम दिन की तरह काम पर गया और पीटर को हवाई अड्डे से लिया. दो दिन बाद वह पीटर और इंद्राणी को हवाई अड्डे ले गया. उसे कुछ दिन बाद इंद्राणी का फोन आया जिसमें उसने बताया कि वह मुम्बई नहीं आएगी और वह दूसरी नौकरी देख ले.
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राय ने कहा, ‘उसने मुझे वह पार्सल फेंकने के लिए कहा (जो मुझे पहले दिया गया था)’. इंद्राणी की सचिव काजल ने उसे तीन महीने का वेतन दिया. राय ने अदालत को बताया कि, ‘जब मैंने पासर्ल देखा तो मैं डर गया क्योंकि उसमें एक देसी पिस्तौल और गोलियां थीं. मैंने पार्सल दो बार फेंकने का प्रयास किया लेकिन कर नहीं सका.’
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