मध्य प्रदेश की राजनीति में शह और मात का खेल जारी है. ताजा घटनाक्रम में बीजेपी के विधायक संजय पाठक के परिवार से जुड़े बांधवगढ़ में एक रिसॉर्ट की दीवाल को प्रशासन ने ढहा दिया है. अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई भूमि अतिक्रमण का नोटिस भेजने के बाद की गई है. संजय पाठक कटनी जिले के विजयराजोगढ़ सीट से अभी विधायक हैं और वह इससे पहले खनन से जुड़े हुए थे. कुछ दिन पहले ही राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवावा देकर पाठक के परिवार से जुड़े दो खनन साइटों को बंद कर दिया. इस नए घटनाक्रम के बीच आपको बता दें कि संजय पाठक वही बीजेपी विधायक हैं जिनके बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि वह कमलनाथ सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त कर रहे हैं. अतिक्रमण की कार्रवाई से पहले कमलनाथ सरकार ने संजय पाठक और एक दूसरे बीजेपी विधायक विश्वास सारंग की भी सुरक्षा हटा ली है. सरकार के इस कदम के बाद दोनों विधायकों ने अपनी जान को खतरा को बताया.
संजय पाठक ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, गुरुवार की रात जब मैं भोपाल एयरपोर्ट से घर जा रहा था तो मेरी कार का कुछ लोगों ने पीछा किया. उन्होंने कार को रोकने की भी कोशिश की. लेकिन मेरे ड्राइवर ने किसी तरह सुरक्षित घर पहुंचाने में कामयाबी पाई. उन्होंने कहा, 'मैं बीस साल से विधायक हैं औऐर उनको सुरक्षा अधिकारी मिला हुआ है. मेरी जान को खतरा है. अगर मैंने कांग्रेस ज्वाइन नहीं किया तो या तो मेरा अपहरण हो जाएगा या फिर हत्या'. संजय पाठक ने सीएम कमलनाथ से भी किसी मुलाकात और फोन पर भी बातचीत से इनकार किया है.
(बीजेपी विधायक संजय पाठक)
वहीं दूसरे विधायक विश्वास सारंग ने भी ऐसी ही आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि मेरी जासूसी के लिए पीएसओ (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) बदला गया है. मैंने नया पीएसओ नहीं लूंगा. सादी वर्दी में पुलिस मेरे ऊपर नजर रख रही है और जो लोग मेरे ऑफिस आकर मुझसे मिलना चाहते हैं उनको आने नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा, 'मेरी जान को खतरा है और मेरी हत्या हो सकती है या फिर भीड़ का हमला.
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