Rajasthan Crisis update: राजस्थान में अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ बगावती तेवर अपनाने वाले राज्य के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) की तस्वीर वाले बैनरों और पोस्टरों को मंगलवार दोपहर को वापस लगा दिया (Replaced) गया. पायलट के बगावती अंदाज के चलते इन पोस्टर-बैनर (Posters) को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फाड़ दिया था. हालांकि, जयपुर में राजस्थान कांग्रेस के कार्यालय में सचिन पायलट की नेम प्लेट को 'नहीं छुआ' गया है.
राजस्थान में सत्ता संकट में नाटकीयता भरा मोड़ उस समय आया था जब रविवार शाम को पायलट ने 30 विधायकों के समर्थन का दावा किया. उन्होंने अपने लिए सीएम पद और अपने विश्वस्तों के लिए प्रमुख विभागों की मांग की थी. इसके बाद, आज सुबह अपने निवास पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शक्ति प्रदर्शन किया. गहलोत ने दावा किया कि उनके पास 106 विधायक हैं.इन विधायकों को बीजेपी या पायलट की ओर से किसी संभावित टूट से बचाने के लिए एक रिसोर्ट में रखा गया है. पायलट और उनके कुछ विश्वस्त विधायक गहलोत की इस अहम बैठक में मौजूद नहीं थे.
कांग्रेस सूत्रों ने पायलट के 30 विधायकों का समर्थन होने के दावे पर भी पलटवार करते हुए कहा कि उनके पास 16 से अधिक विधायक नहीं हैं. गौरतलब है कि 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा में बहुमत के लिए 101 के 'आंकड़े' की जरूरत है. सचिन पायलट के इन बगावती तेवरों को करीब तीन माह पहले मध्य प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी की ओर 'शिफ्ट' करने के जैसा कदम माना जा रहा था. हालांकि पायलट ने आज NDTV से कहा कि वह "बीजेपी में शामिल नहीं हो रहे हैं" लेकिन उनके सहयोगियों ने विपक्षी पार्टी के साथ बातचीत से इनकार नहीं किया है.
राजस्थान में जारी इस सियासी संकट के बीच सचिन पायलट के गांधी परिवार से संपर्क होने की खबरों को कांग्रेस ने 'फेक न्यूज' कहते हुए खारिज कर दिया. राजस्थान में विधायकों द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने वाले किसी भी व्यक्ति को दंडित किए जाने संबंधी प्रस्ताव के पारित होने के बाद कांग्रेस सूत्रों ने यह दावा किया है कि सचिन पायलट (Sachin pilot) अब BJP से बात कर रहे हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं