नई दिल्ली:
2-जी मामले में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में प्रणब ने 2जी मामले में सारी स्थिति की जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि कुछ देर में प्रणब दिल्ली पहुंच जाएंगे। प्रणब ने अपनी चिट्ठी में अपने बचाव में यह तर्क दिया है कि यह पत्र सूचना के अधिकार के तहत प्रधानमंत्री कार्यालय से निकला है।देर शाम केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला, पीसी चाको, नारायण सामी और पवन बंसल वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के घर पहुंचे और मुलाकात का दौर देर रात तक जारी रहा।सूत्रों के मुताबिक आज लिखी चिट्ठी में प्रणब ने पीएम से कहा है कि मार्च की वह चिट्ठी मात्र तथ्यों को एकत्र कर उनपर एक नोट है। यह तथ्य विभिन्न मंत्रालयों द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी पर आधारित हैं।वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि पीएम और मंत्रियों के बीच भेजी गई चिट्ठी गोपनीय होती है। दरअसल प्रणब मुखर्जी ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है। सूत्रों के मुताबिक इस चिट्ठी में लिखा है कि कई मंत्रालयों की मदद से नोट बनाया गया है। इसे सिर्फ वित्त मंत्रालय का नोट बताना गलत है। सूत्रों के मुताबिक इसमें पीएमओ और कैबिनेट सेक्रेटरी की तरफ से भी इनपुट दिया गया। वित्तमंत्री ने चिट्ठी में लिखा कई मंत्रालयों की मदद से बैकग्राउंड नोट तैयार किया गया है। माना जा रहा है कि प्रणब मुखर्जी का बयान इस चिट्ठी से जुड़ी बात मीडिया में आने पर है। प्रणब का कहना है कि चिट्ठी लिखने की वजह यह है कि शायद उनकी पीएम से दिल्ली में भेंट न हो पाती क्योंकि पीएम को सिक्किम के दौरे पर जाना है।गौरतलब है कि वित्त मंत्रालय की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय को इस वर्ष मार्च माह लिखी एक चिट्ठी के खुलासे से विपक्ष ने गृहमंत्री पी चिदंबरम का इस्तीफा मांगा है। वित्त मंत्रालय ने अपनी चिट्ठी में 2जी घोटाले पर बोलते हुए साफ कहा कि यदि चिदंबरम नीलामी की अपनी बात पर अड़े रहते तब शायद देश को 2जी मामले में इतनी बड़ी हानि नहीं होती।