नई दिल्ली:
आंतरिक सुरक्षा पर राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में नक्सली हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है और इस पर नकेल कसने के लिए केंद्र और राज्यों को हाथ मिलाने चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार सभी चरमपंथी समूहों से संविधान के दायरे में बात करने की इच्छा रखती है। उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए सरकार विशेष योजनाएं बनाएगी। जम्मू-कश्मीर में 2012 में सुरक्षा स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया।
उन्होंने कहा, हमें महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा के लिए संस्थागत तंत्र की स्थापना सुनिश्चित करनी होगी खासकर शहरी क्षेत्रों में। वहीं, गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि भारत जेहादी समूहों से लगातार खतरे का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सली हमला लोकतंत्र पर हमला था। शिंदे ने यह भी कहा कि आईएसआई पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार सभी चरमपंथी समूहों से संविधान के दायरे में बात करने की इच्छा रखती है। उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए सरकार विशेष योजनाएं बनाएगी। जम्मू-कश्मीर में 2012 में सुरक्षा स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया।
उन्होंने कहा, हमें महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा के लिए संस्थागत तंत्र की स्थापना सुनिश्चित करनी होगी खासकर शहरी क्षेत्रों में। वहीं, गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि भारत जेहादी समूहों से लगातार खतरे का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सली हमला लोकतंत्र पर हमला था। शिंदे ने यह भी कहा कि आईएसआई पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रही है।
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