प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राज्य सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए आज किसान आंदोलन की भी चर्चा की और सभी लोगों से आंदोलन छोड़कर बातचीत करने का न्योता दिया. उन्होंने कहा, "हम सब मिल बैठकर बात करने को तैयार हैं. मैं आज सदन से सभी को निमंत्रण देता हूं." पीएम ने इसके साथ ही सदन के माध्यम से किसानों को आश्वस्त किया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जारी रहेगा. उन्होंने कहा, "एमएसपी था, एमएसपी है और एमएससी रहेगा. हमें भ्रम नहीं फैलाना चाहिए."
पीएम ने विपक्षी दलों के नेताओं से भी किसानों के मुद्दे पर सहयोग मांगा और कहा कि किसानों के लिए जो भी बेहतर होगा, किया जा सकता है. पीएम मोदी ने अपील करते हुए कहा कि आंदोलनकारियों को समझाते हुए हमें आगे बढ़ना होगा. विपक्ष से पीएम ने कहा कि गालियों को मेरे खाते में जाने दीजिए लेकिन सुधार होने दीजिए. पीएम मोदी ने कहा कि बुजुर्ग आंदोलन में बैठे हैं, उन्हें घर जाना चाहिए. आंदोलन खत्म करें, चर्चा आगे चलती रहे.
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पीएम ने राज्यसभा में कहा कि जिन 80 करोड़ लोगों को सस्तों में राशन दिया जाता है, वो भी जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए मंडियों को मजबूत किया जा रहा है, इसके अलावा दूसरे उपायों पर भी जोर दिया जा रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि अगर अब देर कर देंगे, तो किसानों को अंधकार की तरफ धकेल देंगे.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि जब लाल बहादुर शास्त्री जी को कृषि सुधारों के लिए कदम उठाने पड़े थे, तब उन्हें भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था लेकिन वो पीछे नहीं हटे थे. पीएम ने कहा कि तब लेफ्ट वाले शास्त्री जी को अमेरिका का एजेंट बताते थे और कांग्रेस के खिलाफ बोलते थे. आज मुझे भी वो गाली दे रहे हैं. पीएम ने कहा कि कोई भी कानून क्यों न आया हो, कुछ वक्त के बाद ही सुधार होते हैं. उन्होंने सदन में पूर्व पीएम देवेगौड़ा की तारीफ की तो पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का बयान भी पढ़कर सुनाया.
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