चंडीगढ़:
सनाउल्ला जम्मू की जेल में बंद था और वहां एक अन्य कैदी के साथ हाथापाई में गंभीर रूप से घायल हो गया था। सनाउल्लाह के शव को ले जाने के लिए पाकिस्तान का विमान चंडीगढ़ आया और भारत ने पाक अधिकारियों को शव सौंप दिया। शाम को पाकिस्तान के सियालकोट में सनाउल्लाह का शव पहुंच गया। वहीं, पाकिस्तान ने सनाउल्लाह की मौत की जांच किसी अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से करवाने की मांग की है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करके सनाउल्ला की मौत पर अफसोस जताया है। उमर अब्दुल्ला ने लिखा है कि हालांकि ये दिलासा नाकाफी है, लेकिन मैं सनाउल्ला के परिवार से दिली माफी मांगता हूं और मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं।
उल्लेखनीय है कि सनाउल्ला रंजय की सुबह पीजीआईएमईआर अस्पताल में मौत हो गई। संस्थान के एक प्रवक्ता ने बताया , मरीज को जब यहां लाया गया था, तब उसका मस्तिष्क काम करना बंद कर चुका था। आज सुबह मरीज के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
सनाउल्ला जम्मू की जेल में बंद था और वहां एक अन्य कैदी के साथ हुई हाथापाई में गंभीर रूप से घायल हो गया था। घायल सनाउल्ला को जम्मू से शुक्रवार को विमान द्वारा चंडीगढ़ स्थित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) लाया गया था। उसे एडवान्स्ड ट्रॉमा सेंटर’ के गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती किया गया था।
पीजीआई के प्रवक्ता ने कहा कि यह हिरासत में मौत का मामला है और सनाउल्ला के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। पोस्टमार्टम के लिए एक मेडिकल बोर्ड गठित किया गया है। उन्होंने कहा कि एक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड पोस्टमार्टम करेगा और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी।
बुधवार को सनाउल्ला के गुर्दों ने काम करना बंद कर दिया था और उसे तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याएं भी हो गई थीं। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई थी। पाकिस्तान के सियालकोट का रहने वाला सनाउल्ला रंजय जम्मू की कोट भलवाल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा था। वर्ष 1999 में गिरफ्तार किए जाने के बाद उसे टाडा के प्रावधानों के तहत दोषी ठहराया गया था। कड़ी सुरक्षा वाली कोट भलवाल जेल में एक अन्य कैदी के साथ हुई हाथापाई में सनाउल्ला घायल हो गया था।
सनाउल्ला पर हमले से ठीक एक दिन पहले पाकिस्तान के जिन्ना अस्पताल में भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की मौत हो गई थी। लाहौर की कोट लखपत जेल में सरबजीत पर कुछ साथी कैदियों ने क्रूरतापूर्वक हमला किया था। सनाउल्ला के दो रिश्तेदार मोहम्मद शहजाद और मोहम्मद आसिफ पीजीआईएमईआर के एडवान्स्ड ट्रामा सेंटर गए और करीब 10 मिनट तक वहां रहे। सनाउल्ला को यहां भर्ती किए जाने के बाद एडवान्स्ड ट्रामा सेंटर के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
(इनपुट भाषा से भी)
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करके सनाउल्ला की मौत पर अफसोस जताया है। उमर अब्दुल्ला ने लिखा है कि हालांकि ये दिलासा नाकाफी है, लेकिन मैं सनाउल्ला के परिवार से दिली माफी मांगता हूं और मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं।
उल्लेखनीय है कि सनाउल्ला रंजय की सुबह पीजीआईएमईआर अस्पताल में मौत हो गई। संस्थान के एक प्रवक्ता ने बताया , मरीज को जब यहां लाया गया था, तब उसका मस्तिष्क काम करना बंद कर चुका था। आज सुबह मरीज के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
सनाउल्ला जम्मू की जेल में बंद था और वहां एक अन्य कैदी के साथ हुई हाथापाई में गंभीर रूप से घायल हो गया था। घायल सनाउल्ला को जम्मू से शुक्रवार को विमान द्वारा चंडीगढ़ स्थित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) लाया गया था। उसे एडवान्स्ड ट्रॉमा सेंटर’ के गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती किया गया था।
पीजीआई के प्रवक्ता ने कहा कि यह हिरासत में मौत का मामला है और सनाउल्ला के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। पोस्टमार्टम के लिए एक मेडिकल बोर्ड गठित किया गया है। उन्होंने कहा कि एक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड पोस्टमार्टम करेगा और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी।
बुधवार को सनाउल्ला के गुर्दों ने काम करना बंद कर दिया था और उसे तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याएं भी हो गई थीं। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई थी। पाकिस्तान के सियालकोट का रहने वाला सनाउल्ला रंजय जम्मू की कोट भलवाल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा था। वर्ष 1999 में गिरफ्तार किए जाने के बाद उसे टाडा के प्रावधानों के तहत दोषी ठहराया गया था। कड़ी सुरक्षा वाली कोट भलवाल जेल में एक अन्य कैदी के साथ हुई हाथापाई में सनाउल्ला घायल हो गया था।
सनाउल्ला पर हमले से ठीक एक दिन पहले पाकिस्तान के जिन्ना अस्पताल में भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की मौत हो गई थी। लाहौर की कोट लखपत जेल में सरबजीत पर कुछ साथी कैदियों ने क्रूरतापूर्वक हमला किया था। सनाउल्ला के दो रिश्तेदार मोहम्मद शहजाद और मोहम्मद आसिफ पीजीआईएमईआर के एडवान्स्ड ट्रामा सेंटर गए और करीब 10 मिनट तक वहां रहे। सनाउल्ला को यहां भर्ती किए जाने के बाद एडवान्स्ड ट्रामा सेंटर के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
(इनपुट भाषा से भी)
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