नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 69वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में इस बार कुछ खास ऐलान नहीं किया और पिछले संबोधन से की गई घोषणाओं का ही लेखाजोखा दिया।
उन्होंने युवाशक्ति के लिए 'स्टार्टअप इंडिया' की घोषणा करते हुए कहा कि स्टार्टअप देश को नया आयाम दे सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा, आने वाले दिनों में 'स्टार्टअप इंडिया', देश के भविष्य के लिए 'स्टैंडअप इंडिया' होगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश में जो उद्योग अधिक से अधिक रोजगार देने का काम करेंगे, उनके लिए अलग से आर्थिक पैकेज होगा।
छींटदार केसरिया साफा और सुनहरा लिबास पहने प्रधानमंत्री ने अगले एक हजार दिनों में 18,500 गांव को बिजली पहुंचाने का वादा किया, साथ ही छोटी नौकरियों में इंटरव्यू की अनिवार्यता समाप्त करने का आग्रह किया, जिससे भ्रष्टाचार पर काबू पाया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रसोई गैस सब्सिडी सीधे उपभोक्ताओं के बैंक खाते में पहुंचाने से इसकी कालाबाजारी और दुरुपयोग बंद हुआ है और इससे 15,000 करोड़ रुपये की बचत हुई है। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने संपन्न लोगों से जो कि एलपीजी की बाजार कीमत चुका सकते हैं, स्वेच्छा से सब्सिडी छोड़ने का आग्रह किया, ताकि सस्ता सिलेंडर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा, 20 लाख लोगों ने स्वेच्छा से एलपीजी सिलेंडर की सब्सिडी छोड़ी है। मध्यम वर्ग के कई परिवारों और अध्यापकों ने भी स्वेच्छा से एलपीजी सब्सिडी छोड़ी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने ठीक एक साल पहले इसी अवसर पर लाल किले की प्राचीर से गरीबों के बैंक खाते खोलने की घोषणा की थी और एक साल के भीतर 17 करोड़ लोगों के बैंक खाते खोले गए, जिसमें 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि जमा हुई है।
उन्होंने कहा, गरीबों के लिए बैंकों के दरवाजे बंद थे। मैंने कहा कि इसे बदलना होगा। हम वित्तीय समावेशन को मजबूत करना चाहते थे। गरीबों को वित्तीय प्रणाली में शामिल करने के लिए उनके बैंक खाते खोलना आवश्यक है और यही हमने किया। उन्होंने इतनी बड़ी संख्या में खाते खोलने के लिए बैंककर्मियों को भी बधाई दी।