देश के नए सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपना पद संभालते ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के साथ चल रहे सरकार के विवाद पर अपना सख्त रुख दिखाया है. वैष्णव ने गुरुवार को अपना पद संभालने के साथ कड़ा संदेश दिया. नए आईटी मंत्री ने कहा कि 'देश का कानून सबसे ऊपर है और ट्विटर को नियम मानने ही होंगे.'
अश्विनी वैष्णव ने रविशंकर प्रसाद की जगह ली है. प्रसाद पिछले कुछ समय में ट्विटर के साथ अपनी नोंक-झोंक लेकर चर्चा में रहे थे. दरअसल, भारत सरकार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और डिजिटल कंटेंट बनाने वाले प्लेटफॉर्म्स पर नए आईटी कानून लागू किए गए हैं. प्रावधान किया गया है कि अब ये प्लेटफॉर्म्स थर्ड पार्टी कंटेंट के लिए जिम्मेदार होंगे. इससे ट्विटर अब यूज जेनरेटेड कंटेंट के लिए जवाबदेह होगा. हालांकि, ट्विटर पर आरोप चल रहे हैं कि उसने नियमों का पालन नहीं किया है.
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कंपनी को एक ग्रीवांस मैनेजर की नियुक्ति करनी है, क्योंकि कंपनी ने यूएस के एक अधिकारी को नियुक्त किया था, जिसने कुछ दिन बाद ही इस्तीफा दे दिया था. इस कानून में प्रावधान है कि कंपनी को भारत स्थित अधिकारी को इस पद के लिए नियुक्त करना होगा.
अभी आज ही कंपनी ने दिल्ली हाईकोर्ट में कहा है कि उसे भारतीय नागरिकता वाले किसी व्यक्ति को ग्रीवांस ऑफिसर चुनने के लिए उसे आठ हफ्तों का वक्त चाहिए. ट्विटर को दो दिनों पहले ही हाईकोर्ट ने नियमों का पालन करने की चेतावनी दी थी. ग्रीवांस ऑफिसर की नियुक्ति करने की डेडलाइन कबकी बीत चुकी है.
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