नोटबंदी, सर्जिकल स्ट्राइक और अब विधानसभा चुनावों के कारण प्रधानमंत्री खासे चर्चित रहे हैं (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
टाइम पत्रिका द्वारा घोषित किए जाने वाले 'टाइम पर्सन ऑफ द ईयर' लोगों की दौड़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार फिर शामिल हो गए हैं. प्रधानमंत्री टाइम पत्रिका की दुनिया के 100 सबसे ज्यादा प्रभावशाली लोगों की वार्षिक सूची के लिए संभावित दावेदारों में शामिल हैं. टाइम अगले महीने सूची की घोषणा करेगी जिसमें प्रमुख कलाकार, नेता, सांसद, वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी तथा उद्योग जगत के नेता शामिल होते हैं.
पहले नोटबंदी, फिर सर्जिकल स्ट्राइक और अब विधानसभा चुनावों में बीजेपी को मिली अपार सफलता के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी दुनिया में लगातार चर्चा का केंद्र रहे हैं. संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस समय अंतर्राष्ट्रीय मंच और मोदी के समान अन्य कोई चर्चा में नहीं है, इसलिए पत्रिका के मुखपत्र पर मोदी छा सकते हैं.
पत्रिका ने पाठकों से संभावित दावेदारों की सूची में शामिल लोगों के लिए वोट देने के लिए कहा है. हालांकि उसके संपादक इस सूची में शामिल होने वाले लोगों पर अंतिम फैसला लेंगे. मोदी पिछले साल भी टाइम पत्रिका के 100 सर्वाधिक प्रभावशाली लोगों की सूची के संभावित दावेदारों में शामिल हुए थे. वह वर्ष 2015 में दुनिया के 100 सबसे ज्यादा प्रभावशाली लोगों में से एक थे और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पत्रिका में उनके लिए प्रोफाइल लिखा था.
गत वर्ष तत्कालीन आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन, टेनिस स्टार सानिया मिर्जा, अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा, गूगल के भारतीय मूल के सीईओ सुंदर पिचई और भारतीय ई वाणिज्यिक कंपनी फ्लिपकार्ट के संस्थापक बिन्नी बंसल और सचिन बंसल टाइम की 100 सबसे ज्यादा प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल थे.
इस वर्ष संभावित दावेदारों में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उनकी बेटी इवांका ट्रंप और उनके पति तथा वरिष्ठ व्हाइट हाउस सलाहकार जारेड कुश्नर, कैलिफोर्निया से सीनेटर कमला हैरिस, अभिनेता रिज अहमद, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग, पोप फ्रांसिस और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो शामिल हैं. सूची में संभावित दावेदारों में व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ रीन्स प्रीबस, अभिनेता अमी शूमर, यूट्यूब सीईओ सुजैन वोज्सिकी और ट्रंप के सलाहकार केलीन कॉनवे भी शामिल हैं.
टाइम पत्रिका पिछले 90 वर्षों से यानी 1927 से टाइम पर्सन ऑफ द ईयर का खिताब देने का काम कर रही है. अभी तक भारत की तरफ से केवल महात्मा गांधी ने यह खिताब पाया है. मैगजीन के द्वारा ऐसे व्यक्ति या व्यक्तियों को चुना जाता है जिन्होंने जीवन को सही या गलत रूप से प्रभावित किया है. पिछले साल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह खिताब जीता था.
(इनपुट भाषा से भी)
पहले नोटबंदी, फिर सर्जिकल स्ट्राइक और अब विधानसभा चुनावों में बीजेपी को मिली अपार सफलता के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी दुनिया में लगातार चर्चा का केंद्र रहे हैं. संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस समय अंतर्राष्ट्रीय मंच और मोदी के समान अन्य कोई चर्चा में नहीं है, इसलिए पत्रिका के मुखपत्र पर मोदी छा सकते हैं.
पत्रिका ने पाठकों से संभावित दावेदारों की सूची में शामिल लोगों के लिए वोट देने के लिए कहा है. हालांकि उसके संपादक इस सूची में शामिल होने वाले लोगों पर अंतिम फैसला लेंगे. मोदी पिछले साल भी टाइम पत्रिका के 100 सर्वाधिक प्रभावशाली लोगों की सूची के संभावित दावेदारों में शामिल हुए थे. वह वर्ष 2015 में दुनिया के 100 सबसे ज्यादा प्रभावशाली लोगों में से एक थे और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पत्रिका में उनके लिए प्रोफाइल लिखा था.
गत वर्ष तत्कालीन आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन, टेनिस स्टार सानिया मिर्जा, अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा, गूगल के भारतीय मूल के सीईओ सुंदर पिचई और भारतीय ई वाणिज्यिक कंपनी फ्लिपकार्ट के संस्थापक बिन्नी बंसल और सचिन बंसल टाइम की 100 सबसे ज्यादा प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल थे.
इस वर्ष संभावित दावेदारों में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उनकी बेटी इवांका ट्रंप और उनके पति तथा वरिष्ठ व्हाइट हाउस सलाहकार जारेड कुश्नर, कैलिफोर्निया से सीनेटर कमला हैरिस, अभिनेता रिज अहमद, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग, पोप फ्रांसिस और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो शामिल हैं. सूची में संभावित दावेदारों में व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ रीन्स प्रीबस, अभिनेता अमी शूमर, यूट्यूब सीईओ सुजैन वोज्सिकी और ट्रंप के सलाहकार केलीन कॉनवे भी शामिल हैं.
टाइम पत्रिका पिछले 90 वर्षों से यानी 1927 से टाइम पर्सन ऑफ द ईयर का खिताब देने का काम कर रही है. अभी तक भारत की तरफ से केवल महात्मा गांधी ने यह खिताब पाया है. मैगजीन के द्वारा ऐसे व्यक्ति या व्यक्तियों को चुना जाता है जिन्होंने जीवन को सही या गलत रूप से प्रभावित किया है. पिछले साल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह खिताब जीता था.
(इनपुट भाषा से भी)
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