
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( फाइल फोटो )
नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जिंदगी पर बनी डॉक्यूमेंट्री-ड्रामा फिल्म 'एन इन्सिगनिफिकेंट मैन' का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. याचिकाकर्ता नचिकेता वाघरेकर का कहना है कि जब तक फिल्म से उनके वीडियो क्लिप को नहीं हटाया जाता तब तक फ़िल्म को रिलीज न किया जाए. दरअसल नचिकेता वाघरेकर ने नवंबर 2013 में, कॉन्सटीयूशन क्लब में अरविंद केजरीवाल पर स्याही फेंका था और उस क्लिप को फिल्म में इस्तेमाल किया गया है. याचिकाकर्ता नचिकेता वाघरेकर का कहना है कि उनके वीडियो क्लिप को हटा कर फिल्म रिलीज किया जा सकता है.
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याचिकाकर्ता का कहना है फ़िल्म में केजरीवाल को पब्लिसिटी देने के लिहाज से नवंबर 2013 में, कॉन्सटीयूशन क्लब में केजरीवाल पर स्याही फेंकने वाले दृश्यों को दिखाया गया है और मुझे दोषी के तौर पर दिखाया गया है. जबकि अभी ये मामला निचली अदालत में लंबित है. सामाजिक कार्यकर्ता से लेकर राजनेता बने अरविंद की कहानी को दिखाने वाली ये फ़िल्म अमेरिकी कंपनी वाइस ने बनाई है.
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फिल्म भारत में 17 नवंबर को रिलीज होगी. फिल्म का ट्रेलर दर्शकों के बीच पहले ही हिट हो चुका है. इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म के ट्रेलर को केवल 15 दिनों में 14 लाख लोग देख चुके हैं.
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