
NEET परीक्षा आयोजित करने को लेकर कई लोगों ने आवाज उठाई और सरकार से परीक्षाओं को स्थगित करने की अपील भी की. इस बीच, मद्रास उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश ने लोकप्रिय साउथ स्टार सूर्या शिवकुमार (Suriya Sivakaumar) के खिलाफ अवमानना का आरोप लगाया है. एक्टर सूर्या ने तमिलनाडु में तीन मेडिकल छात्रों के सुसाइड के बाद अदालत को लेकर रविवार को टिप्पणी की थी. बता दें कि तमिलनाडु में पिछले चार छात्रों ने आत्महत्या कर ली, इन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा NEET में शामिल होना था.
मद्रास उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस को लिखे पत्र में सूर्या के बयान से 'विवादास्पद हिस्से' को लेते हुए जस्टिस एस एम बालासुब्रमण्यम ने कहा, "मेरी राय में उक्त कथन न्यायालय की अवमानना के बराबर है. इसमें न सिर्फ माननीय न्यायाधीशों की निष्ठा और भक्ति और हमारे देश की महान न्यायिक प्रणाली को भी कमतर दिखाया गया बल्कि बुरी तरह से आलोचना भी की गई. यह न्यायपालिका पर जनता के विश्वास के लिए खतरा है."
सूर्या ने नीट से जुड़ी मौत की घटनाओं को "दर्दनाक" और "अंतरात्मा को झकझोर" देने वाली करार देते हुए कहा था कि कोरोना वायरस खतरे को देखते हुए कोर्ट, जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए न्याय दे रहा है, ने छात्रों को बिना डरे जाने और परीक्षा देने का आदेश दिया है."
चीफ जस्टिस को भेजे अपने पत्र में न्यायाधीश एस एम सुब्रमण्यम ने कहा, "बयान से पता चलता है कि माननीय जज को अपनी जान का खतरा और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए न्याय प्रदान करते हैं. जबकि, उनका कोई मनोबल नहीं है कि वे छात्रों को बिना किसी डर के नीट परीक्षा में बैठने का निर्देश देते हुए आदेश पारित करें."
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं