कांग्रेस ने जेटली से विजय माल्या की मुलाकात को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला.
नई दिल्ली:
भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात का खुलासा करने के बाद भारतीय राजनीति में घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस ने मोदी सरकार और वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ इस मुद्दे पर मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस में पूछा कि जो कोई भी देश का पैसा लेकर भागता है वही प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री के साथ क्यों नजर आता है. ऐसा लगता है कि इस देश में एक पिक्चर चल रही है, 'जब वी मेट' पार्ट-2. उन्होंने आरोप लगाया कि ये सब मोदी सरकार की देख रेख में होता है. माल्या को न सीबीआई पकड़ती है और न ही पुलिस पकड़ती है. जब मोदी सरकार देश का पैसा लूटने वाले को खुद भगा रही है तो फिर क्या कहा जा सकता है. लगता है मोदी जी का नया नारा है, 'भगोड़ों का साथ और लुटेरों का विकास'.
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रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मांग की है कि मामले की जांच की जाए और वित्त मंत्री जल्द से जल्द इस्तीफा दें, लेकिन प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री हमेशा की तरह इस बार भी मौनी बाबा बने हुए हैं. सुरजेवाला ने कहा कि 29 जुलाई 2015 को माल्या के खिलाफ एफआईआर दर्ज होती है कि वह देश का 9 हजार करोड़ रुपये लेकर भाग गए. 16 अक्टूबर 2015 को सीबीआई एक लूकआउट नोटिस जारी करती है.
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इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि संसद में जेटली और माल्या की मुलाकात हुई थी, जिसे पीएल पुनिया ने देखा था. राहुल गांधी ने पूछा कि अरुण जेटली ने कहा कि विजय माल्या ने अनौपचारिक तरीके से अप्रोच किया था पर सवाल यह है कि उन्होंने अबतक इसे क्यों छिपाया? राहुल गांधी ने कहा कि वित्त मंत्री अपराधी से बात करते हैं, लेकिन न सीबीआई को बताया, न ईडी को और न पुलिस को. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जेटली को बताना चाहिए कि उन्होंने अपने से यह फैसला किया या ऊपर से ऐसा करने के लिए उन्हें आदेश मिला था.
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मीडिया से बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वित्त मंत्री भगोड़े से मिलता है. पर FM न तो CBI को बताता है न किसी एजेंसी को. अरुण जेटली बताएं कि अपने आप किया या फिर ऊपर से आदेश आया. ये ओपन एंड शट केस है. वे साफ़ बताएं और इस्तीफ़ा दें. एक अपराधी बताता है कि वह भागने वाला है पर वित्त मंत्री सीबीआई को बताते नहीं.
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राहुल गांधी ने कहा कि जेटली से ही मिलने आया था माल्या और जेटली के सलाह मशविरे के बाद ही वह विदेश भागा. राहुल गांधी ने कहा कि आखिर उन्होंने पुलिस को अलर्ट क्यों नहीं किया. राहुल गांधी ने कहा कि अरुण जेटली ढाई साल तक चुप्पी साधे रहे, ढाई साल तक रहस्य बनाये रहे. संसद में बहस भी हुई लेकिन जेटली जी ने कहीं भी इसका जिक्र नहीं किया . राहुल ने कहा कि सवाल ये है कि वित्त मंत्री भगोड़ों से बात करते हैं. भगोड़ा, वित्त मंत्री से कहता है कि मैं अब लंदन जाने वाला हूं. लेकिन वित्त मंत्री ने सीबीआई, ईडी या पुलिस को नहीं बताया. क्यों?
इस बीच कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया ने कहा है कि उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली और विजय माल्या को संसद के सेंट्रल हॉल में एक-दूसरे से बातचीत करते हुए देखा था. उन्होंने कहा कि यह बात उस दिन की सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद साबित हो सकती है.
VIDEO: देश छोड़ने से पहले जेटली से मिले थे माल्या
उधर, बीजेपी ने कांग्रेस के आरोप पर पलटवार किया है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि एक बार प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रेस से कहा था हम लोगों को किगफिशर को मुश्किलों से निकलना होगा. आखिर 'किंगफिशर के साथ ये रिश्ता क्या कहलाता है.' उन्होंने कहा कि विजय माल्या सिविल एविएशन स्टैंडिंग समिति का सदस्य भी था. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ चाय पर मीटिंग के बाद वह लोन दिलाने में मदद के लिए धन्यवाद पत्र लिखते हैं. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि राहुल गांधी आप बताएं कि विजय माल्या के गुड टाइम्स में आपकी कितनी हिस्सेदारी है. किंगफ़िशर एयरलाइन्स विजय माल्या का था या राहुल गांधी और सोनिया गांधी का था.
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रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मांग की है कि मामले की जांच की जाए और वित्त मंत्री जल्द से जल्द इस्तीफा दें, लेकिन प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री हमेशा की तरह इस बार भी मौनी बाबा बने हुए हैं. सुरजेवाला ने कहा कि 29 जुलाई 2015 को माल्या के खिलाफ एफआईआर दर्ज होती है कि वह देश का 9 हजार करोड़ रुपये लेकर भाग गए. 16 अक्टूबर 2015 को सीबीआई एक लूकआउट नोटिस जारी करती है.
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मीडिया से बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वित्त मंत्री भगोड़े से मिलता है. पर FM न तो CBI को बताता है न किसी एजेंसी को. अरुण जेटली बताएं कि अपने आप किया या फिर ऊपर से आदेश आया. ये ओपन एंड शट केस है. वे साफ़ बताएं और इस्तीफ़ा दें. एक अपराधी बताता है कि वह भागने वाला है पर वित्त मंत्री सीबीआई को बताते नहीं.
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राहुल गांधी ने कहा कि जेटली से ही मिलने आया था माल्या और जेटली के सलाह मशविरे के बाद ही वह विदेश भागा. राहुल गांधी ने कहा कि आखिर उन्होंने पुलिस को अलर्ट क्यों नहीं किया. राहुल गांधी ने कहा कि अरुण जेटली ढाई साल तक चुप्पी साधे रहे, ढाई साल तक रहस्य बनाये रहे. संसद में बहस भी हुई लेकिन जेटली जी ने कहीं भी इसका जिक्र नहीं किया . राहुल ने कहा कि सवाल ये है कि वित्त मंत्री भगोड़ों से बात करते हैं. भगोड़ा, वित्त मंत्री से कहता है कि मैं अब लंदन जाने वाला हूं. लेकिन वित्त मंत्री ने सीबीआई, ईडी या पुलिस को नहीं बताया. क्यों?
इस बीच कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया ने कहा है कि उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली और विजय माल्या को संसद के सेंट्रल हॉल में एक-दूसरे से बातचीत करते हुए देखा था. उन्होंने कहा कि यह बात उस दिन की सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद साबित हो सकती है.
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उधर, बीजेपी ने कांग्रेस के आरोप पर पलटवार किया है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि एक बार प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रेस से कहा था हम लोगों को किगफिशर को मुश्किलों से निकलना होगा. आखिर 'किंगफिशर के साथ ये रिश्ता क्या कहलाता है.' उन्होंने कहा कि विजय माल्या सिविल एविएशन स्टैंडिंग समिति का सदस्य भी था. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ चाय पर मीटिंग के बाद वह लोन दिलाने में मदद के लिए धन्यवाद पत्र लिखते हैं. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि राहुल गांधी आप बताएं कि विजय माल्या के गुड टाइम्स में आपकी कितनी हिस्सेदारी है. किंगफ़िशर एयरलाइन्स विजय माल्या का था या राहुल गांधी और सोनिया गांधी का था.
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