प्रतीकात्मक फोटो
मुंबई:
आतंकी संगठन आईएस यानी इस्लामिक स्टेट ने 22 मिनट का एक नया वीडियो जारी किया है, जिसमें भारतीय लड़ाके नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में ये भारत के खिलाफ लड़ाई की बात कह रहे हैं। इस वीडियो में भारत छोड़कर आईएसआईएस से जुड़ने गए भारतीय युवकों को फिल्माया गया है।
वीडियो में हाथ में कलाशनिकोव राइफल लिए शख्स को फहाद शेख बताया जा रहा है। यह वही फहाद है जो अपने तीन और साथियों आरीब मजीद, शाहीम टंकी और अमन तांडेल के साथ 2014 में आईएसआईएस से जुड़ने के लिए भारत छोड़कर भाग गया था। यह चारों लोग मुम्बई से लगभग 49 किलोमीटर दूर स्थित कल्याण के रहने वाले हैं। इन चारों में से आरीब 6 महीने बाद ही भारत लौट आया था। उस पर मुकद्दमा चलाया जा रहा है। शाहीम टंकी के मरने की खबर बीच में आई थी। वीडियो में फहाद भी शाहीम के मारे जाने की बात कर रहा है।
अंग्रेज़ी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़, 2014 में तीन लोगों के साथ ठाणे से सीरिया गया इंजीनियरिंग का छात्र फहाद तनवीर शेख़ भी इस वीडियो में नज़र आ रहा है, जो बाबरी मस्जिद और गुजरात, कश्मीर और मुजफ्फरनगर का बदला लेने के लिए हाथ में तलवार लिए भारत लौटने की बात कह रहा है।
सरकारी बलों के खिलाफ लड़ाई है मकसद
इस वीडियो में क्लाश्निकोव राइफ़ल लिए कथित तौर पर भारतीय जिहादियों का एक बड़ा समूह सीरियाई बलों से लड़ते हुए नज़र आ रहे हैं। इस वीडियो का मक़सद सीरियाई सरकारी बलों के खिलाफ लड़ने के लिए भारत से जिहादियों की भर्ती करना बताया जा रहा है। वीडियो में ज़्यादातर आतंकवादी सीरियाई बलों के खिलाफ जिहाद का संकल्प ले रहे हैं। यह वीडियो शुक्रवार को जारी किया गया। इसमें भारत और दक्षिण एशिया का ज़िक्र किया गया है और इसमें जिहादी आपस में अरबी में बात कर रहे हैं।
राजनाथ ने कहा, घबराने की जरूरत नहीं
वीडियो में यह लोग भारत में आतंक फैलाने की बात कर रहे हैं। हालांकि सरकार लोगों को आश्वस्त कर रही है। राजनाथ सिंह ने कहा कि किसी भी बात के लिए घबराने की जरूरत नहीं है। इस मामले पर गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि इस तरह का दुष्प्रचार भारत के खिलाफ करते रहते हैं। घबराने की जरूरत नहीं है। हर चीज का मुकाबल करते आए हैं इसको भी करेंगे।
फहाद के परिवार ने कहा, फर्जी वीडियो
फहाद के घरवाले अभी इस बात से इनकार कर रहे हैं कि वीडियो में दिखाया गया शख्स फहाद है। फहाद के चाचा इफ्तेखार खान का कहना है कि "यह वीडियो फेक हो सकता है।" हालांकि वीडियो में सिर्फ फहाद को ही पुख्ता तौर पर पहचाना जा सका है, लेकिन वीडियो मौजूद कुछ लोगों को इंडियन मुजाहिदीन का बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इन सभी लोगों की शिनाख्त करने के लिए जांच एजेसियां उनके परिवार से भी संपर्क कर रही हैं।
(इनपुट एजेंसियों से भी)
वीडियो में हाथ में कलाशनिकोव राइफल लिए शख्स को फहाद शेख बताया जा रहा है। यह वही फहाद है जो अपने तीन और साथियों आरीब मजीद, शाहीम टंकी और अमन तांडेल के साथ 2014 में आईएसआईएस से जुड़ने के लिए भारत छोड़कर भाग गया था। यह चारों लोग मुम्बई से लगभग 49 किलोमीटर दूर स्थित कल्याण के रहने वाले हैं। इन चारों में से आरीब 6 महीने बाद ही भारत लौट आया था। उस पर मुकद्दमा चलाया जा रहा है। शाहीम टंकी के मरने की खबर बीच में आई थी। वीडियो में फहाद भी शाहीम के मारे जाने की बात कर रहा है।
अंग्रेज़ी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़, 2014 में तीन लोगों के साथ ठाणे से सीरिया गया इंजीनियरिंग का छात्र फहाद तनवीर शेख़ भी इस वीडियो में नज़र आ रहा है, जो बाबरी मस्जिद और गुजरात, कश्मीर और मुजफ्फरनगर का बदला लेने के लिए हाथ में तलवार लिए भारत लौटने की बात कह रहा है।
सरकारी बलों के खिलाफ लड़ाई है मकसद
इस वीडियो में क्लाश्निकोव राइफ़ल लिए कथित तौर पर भारतीय जिहादियों का एक बड़ा समूह सीरियाई बलों से लड़ते हुए नज़र आ रहे हैं। इस वीडियो का मक़सद सीरियाई सरकारी बलों के खिलाफ लड़ने के लिए भारत से जिहादियों की भर्ती करना बताया जा रहा है। वीडियो में ज़्यादातर आतंकवादी सीरियाई बलों के खिलाफ जिहाद का संकल्प ले रहे हैं। यह वीडियो शुक्रवार को जारी किया गया। इसमें भारत और दक्षिण एशिया का ज़िक्र किया गया है और इसमें जिहादी आपस में अरबी में बात कर रहे हैं।
राजनाथ ने कहा, घबराने की जरूरत नहीं
वीडियो में यह लोग भारत में आतंक फैलाने की बात कर रहे हैं। हालांकि सरकार लोगों को आश्वस्त कर रही है। राजनाथ सिंह ने कहा कि किसी भी बात के लिए घबराने की जरूरत नहीं है। इस मामले पर गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि इस तरह का दुष्प्रचार भारत के खिलाफ करते रहते हैं। घबराने की जरूरत नहीं है। हर चीज का मुकाबल करते आए हैं इसको भी करेंगे।
फहाद के परिवार ने कहा, फर्जी वीडियो
फहाद के घरवाले अभी इस बात से इनकार कर रहे हैं कि वीडियो में दिखाया गया शख्स फहाद है। फहाद के चाचा इफ्तेखार खान का कहना है कि "यह वीडियो फेक हो सकता है।" हालांकि वीडियो में सिर्फ फहाद को ही पुख्ता तौर पर पहचाना जा सका है, लेकिन वीडियो मौजूद कुछ लोगों को इंडियन मुजाहिदीन का बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इन सभी लोगों की शिनाख्त करने के लिए जांच एजेसियां उनके परिवार से भी संपर्क कर रही हैं।
(इनपुट एजेंसियों से भी)