सऊदी अरब में 23 साल बिताने के बाद पहली बार घर लौटेगा भारतीय

गण प्रकाशन राजमरियन हाइल प्रांत के एक दूरवर्ती गांव में खेतों में काम करने के लिए अगस्त 1994 में सऊदी अरब आया था.

सऊदी अरब में 23 साल बिताने के बाद पहली बार घर लौटेगा भारतीय

प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

दुबई:

सऊदी अरब में 24 साल से अवैध रूप से रह रहा 52 वर्षीय भारतीय नागरिक जल्द ही भारत लौटेगा. मीडिया की एक खबर के मुताबिक सरकार ने 90 दिन की माफी की अवधि घोषित की है जिसके बाद भारतीय स्वदेश लौटेगा. गण प्रकाशन राजमरियन हाइल प्रांत के एक दूरवर्ती गांव में खेतों में काम करने के लिए अगस्त 1994 में सऊदी अरब आया था. तमिलनाडु में कन्याकुमारी का रहने वाले राजमरियन ने कहा कि उसके पहले मालिक ने उसे छह महीने तक प्रति माह केवल 100 सऊदी रियाल दिए. सऊदी गजट की खबर के मुताबिक, उसे फिर दूसरे नियोक्ता के पास भेज दिया गया और उसके कुछ महीने बाद तीसरे नियोक्ता के पास भेज दिया गया. पिछले 24 साल में वह एक बार भी घर नहीं गया.

अखबार ने राजमरियन के हवाले से कहा, 'तीनों नियोक्ताओं में से मुझे निश्चित तौर पर पता नहीं है कि कौन मेरा स्पॉन्सर था. सबसे बड़ी बात ये कि मुझे उनसे कोई वेतन नहीं मिला इसलिए मैंने फ़रार होने और मजबूरी के कारण गैर कानूनी रूप से रहने का फैसला लिया.' उन्होंने कहा कि वहां का रेगिस्तान ही उसकी किस्मत थी जहां उसने अपनी आधी जिंदगी बिता दी. उन्होंने कहा, 'जब मैंने घर छोड़ा था तो मेरी चार बेटियां छोटी थीं. अब जब मैं लौट रहा हूं तो उसी उम्र के मेरे नाती नातिन हैं.' राजमरियन ने कहा कि वह सऊदी अरब में अपनी कमाई से चार में से तीन बेटियों की शादी कर पाए. उन्होंने कहा कि उनके पास ना तो कोई मकान है और ना ही आधार या पहचान पत्र जो उनके देश छोड़ने के बाद बनाए गए.

उन्होंने अपनी पत्नी रोनीक्यम को आखिरी बार तब फोन किया था जब वह 2015 में अस्पताल में भर्ती थीं. उसके बाद वह उसे फोन नहीं कर पाए क्योंकि वह बात नहीं कर सकती थी और एक साल बाद उसकी मौत हो गई. राजमरियन ने हाइल स्थित सामाजिक कार्यकर्ता सर्फुद्दीन थय्यिल की मदद से भारत लौटने की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं. उन्हें जल्द ही सऊदी अरब से रवाना होने की उम्मीद है.

हजारों भारतीय कामगार सऊदी अरब में फंसे हैं. इनमें ऐसे लोग है जो या तो अवैध तरीके से यहां आए या वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी यहां रह गए. इनमें बड़ी संख्या में तमिलनाडु के लोग शामिल हैं. ये लोग सऊदी अरब सरकार द्वारा घोषित 90 दिन की माफी अवधि के दौरान भारत लौटने के लिए तैयार हैं.

सऊदी अरब में भारतीय राजदूत अहमद जावेद ने कहा कि आपराधिक मामलों में वांछित और जिनके पास वैध वीजा तथा पासपोर्ट हैं वे इस माफी के तहत नहीं आते. जावेद ने अवैध रूप से रह रहे सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे देश छोड़ने के लिए माफी अवधि का इस्तेमाल करें और वे किसी भी समय जब भी चाहें तो सऊदी अरब में कानूनी तौर पर काम करने के लिए आ सकते हैं. रियाद में भारतीय दूतावास और जेद्दा में महावाणिज्य दूतावास को आपात यात्रा पास के लिए 26,713 अर्जियां मिली हैं और 56 दिन पहले घोषित माफी अवधि से लेकर अब तक 25,894 पास जारी किए गए हैं.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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