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This Article is From Apr 14, 2021

कोरोना संकट से निपटने के लिए जनभागीदारी में गवर्नरों की बेहद अहम भूमिका: पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के सभी गवर्नरों और लेफ्टिनेंट गवर्नरों के साथ कोरोना संकट पर समीक्षा बैठक की, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी बात की

कोरोना संकट से निपटने के लिए जनभागीदारी में गवर्नरों की बेहद अहम भूमिका: पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यपालों और उप राज्यपालों से कोरोना संकट पर बातचीत की.
नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा है कि देश में कोरोना वैक्सीन (COVID Vaccine) की उपलब्धता बनाए रखने को लेकर भारत सरकार कटिबद्ध है. देश के सभी गवर्नरों और लेफ्टिनेंट गवर्नरों के साथ कोरोना वायरस (Coronavirus) संकट पर समीक्षा बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने ये बात कही. प्रधान मंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक नोट के मुताबिक प्रधानमंत्री ने गवर्नरों के साथ बैठक में ट्रैकिंग, ट्रेसिंग और टेस्टिंग के महत्व पर बल दिया और कहा कि RTPCR टेस्ट को मौजूदा माहौल में 60% से बढ़ाकर 70% करना बेहद जरूरी है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए जनभागीदारी में गवर्नरों की बेहद अहम भूमिका है. कोरोना के बढ़ते संकट से निपटने के लिए माइक्रो-कन्टेनमेंट की रणनीति को कारगर बनाने में गवर्नर राज्य सरकारों और सामाजिक
संस्थाओं के बीच बेहतर तालमेल बनाने में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं.

मोदी ने कहा कि गवर्नरों के बेहतर सोशल नेटवर्क के जरिए अस्पतालों में एम्बुलेंस, वेन्टिलेटर और ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने में मदद मिल सकती है. चर्चा के दौरान सामाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों, गैर-सरकारी संगठनों और सामाजिक संस्थाओं की समाज में कोरोना संकट के दौरान जनभागीदारी की भावना को मज़बूत करने में उनकी अहम भूमिका पर भी सहमति बनी.

प्रधानमंत्री ने समाज में जनभागीदारी को मज़बूत करने में विश्वविद्यालयों के कैंपसों में युवा छात्रों की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर देते हुए कहा कि युवाओं को  कोविड प्रोटोकॉल का गंभीरता से पालन चाहिए.  

बैठक में मौजूद उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने गवर्नरों से आह्वाहन किया कि वे सर्वदलीय बैठकों के ज़रिए कोरोना संकट के खिलाफ कारगर पहल करें. नायडू ने अपील की कि सभी को राजनीतिक मतभेदों से आगे बढ़कर इस जंग में साथ आना होगा. "टीम इंडिया स्पिरिट" पर ज़ोर देते हुए नायडू ने कहा कि गवर्नरों को राज्य के गार्जियन होने के नाते राज्य सरकारों को गाइड करना चाहिए.  

उप राष्ट्रपति ने इस बात पर चिंता जताई कि 10 राज्यों में कोरोना के मामले पिछले 14 दिनों में इतनी तेज़ी से बढे हैं कि वो आज पूरे देश के 85% मामले रिपोर्ट कर रहे हैं जबकि वहां देश में कोरोना से हुई कुल मौतों का 89% रिकॉर्ड किया गया है.  बैठक में गवर्नरों ने अपने-अपने राज्यों में कोरोना की स्थिति से जुड़ी जानकारी रखने के दौरान उनके यहां हैल्थकेयर  सुविधाओं की खामियों की जानकारी भी रखी.

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