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This Article is From Dec 22, 2020

कोरोना वैक्सीन की कितनी खुराक जरूरी होंगी और अक्सर पूछे जाने वाले अन्य सवाल (FAQs)

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 की वैक्सीन को तैयारियों और टीकाकरण को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब के साथ एक FAQs जारी की है.

कोरोना वैक्सीन की कितनी खुराक जरूरी होंगी और अक्सर पूछे जाने वाले अन्य सवाल (FAQs)
प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 की वैक्सीन को तैयारियों और टीकाकरण को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब के साथ एक FAQs जारी की है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि भारत जनवरी से टीकाकरण शुरू करने की तैयारी कर रहा है. आम जनता के लिए कम समय में परीक्षण के बाद लांच होने को तैयार कोरोना वैक्सीन कितनी सुरक्षित होगी ? कोरोना वायरस वैक्सीन से जुड़े ऐसे ही सवालों के जवाब इसके माध्यम से देने का प्रयास किया गया है.भारत ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और ब्रिटिश कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित की जा रही वैक्सीन की 50 करोड़ खुराक खरीदने का समझौता किया है.

प्रश्न-क्या कोविड-19 वैक्सीन जल्द आने वाली है?
उत्तर-हां, वैक्सीन के परीक्षण पूरे होने के विभिन्न चरणों में हैं. भारत सरकार कोविड-19 की वैक्सीन के टीकाकरण की तैयारियों में जुटी है. ज्यादा जानकारी और अपडेट के लिए mohfw.gov.in वेबसाइट देखें.

प्रश्न- क्या कोविड-19 वैक्सीन की टीकाकरण सभी लोगों के लिए एक साथ शुरू होगा?
उत्तर- कोविड वैक्सीन की संभावित उपलब्धता के आधार पर भारत सरकार ने प्राथमिकता समूहों को चुना है, जिन्हें ज्यादा जोखिम के आधार पर पहले टीका दिया जाएगा. पहले समूह में स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंटलाइन कर्मी शामिल हैं.दूसरे समूह में उनका टीकाकरण होगा, जिनकी उम्र 50 साल से ऊपर है और 50 वर्ष से कम उम्र के ऐसे लोग जो कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं.
प्रश्न- क्या वैक्सीन लेना अनिवार्य है?
उत्तर-कोविड-19 का टीकाकरण स्वैच्छिक है. हालांकि स्वयं को इस बीमारी के खिलाफ सुरक्षित बनाने के लिए सभी को कोविड-19 वैक्सीन की सभी खुराक लेने की सलाह दी जाती है. ताकि पारिवारिक सदस्य, दोस्त, रिश्तेदार या सहकर्मी जैसे करीबी संपर्क वाले लोगों तक वायरस फैलने से रोका जा सके.

प्रश्न-वैक्सीन कम समय में परीक्षण के साथ लाई जा रही है, क्या यह सुरक्षित होगी?
उत्तर-वैक्सीन देश में तभी लाई जाएगी, जब सुरक्षा और प्रभावी होने के मानकों पर नियामक संस्थाएं इसे मंजूरी देंगी

प्रश्न- ऐसे व्यक्ति जो कोविड-19 से संक्रमित है या संदिग्ध की श्रेणी में है, क्या उसे टीका दिया जा सकता है?
उत्तर- जिस व्यक्ति में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है या संदिग्ध है, वह टीकाकरण केंद्र में वायरस का प्रसार कर सकता है. इस वजह से संक्रमित लोगों को लक्षण सामने आने के 14 दिन तक टीकाकरण से बचना चाहिए. 

प्रश्न-क्या कोविड-19 से स्वस्थ हो चुके व्यक्ति के लिए वैक्सीन जरूरी है
उत्तर- हां, पहले हो चुके कोविड-19 संक्रमण की बात को परे रखते हुए हर किसी को कोविड वैक्सीन का शेड्यूल पूरा करना चाहिए. इससे उनके अंदर वायरस के प्रति मजबूत प्रतिरोधी क्षमता पैदा होगी.

प्रश्न-कोरोना वायरस की इतनी सारी उपलब्ध वैक्सीन में एक को टीकाकरण के लिए कैसे चुना गया
उत्तर- देश के दवा नियामकों ने तमाम वैक्सीन के मानव परीक्षणों के बाद वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावशीलता के डेटा का विश्लेषण किया है, इसके बाद ही लाइसेंस जारी किया गया है. यानी जिन टीकों को लाइसेंस के तहत मंजूरी दी गई है, उनकी सुरक्षा और प्रभावशीलता का ध्यान रखा गया है. हालांकि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि टीकाकरण का पूरा शेड्यूल एक प्रकार की ही वैक्सीन से पूरा किया जाए, क्योंकि कोरोना की विभिन्न वैक्सीनों की अदला-बदली नहीं की जा सकती.

प्रश्न- क्या भारत के पास कोविड वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में संरक्षित रखने की क्षमता है औऱ क्या इस तापमान के बीच वैक्सीन को एक से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है?

उत्तर- भारत दुनिया में सबसे बड़े प्रतिरक्षा कार्यक्रम को चलाता है. इसके तहत 2.6 करोड़ नवजातों और 2.9 करोड़ गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण की जरूरत पड़ती है. टीकाकरण के पूरे ढांचे को मजबूत किया जा रहा है, ताकि देश की विशाल और विविधता वाली आबादी की जरूरतों का प्रभावी ढंग से पूरा किया जा सके.

प्रश्न-क्या भारत में जो टीका लाया जा रहा है, वह अन्य देशों में मंजूर टीकों जितना प्रभावी है?
उत्तर- हां, भारत में जो कोविड-19 वैक्सीन मंजूर की गई है, वह दूसरे देशों द्वारा विकसित वैक्सीन जितनी ही प्रभावकारी है.वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए कई स्तरों पर परीक्षण किए जाते हैं.

प्रश्न- मुझे कैसे पता लगेगा कि मैं टीकाकरण के योग्य हूं या नहीं?
उत्तर- शुरुआती चरण में कोविड-19 वैक्सीन प्राथमिकता वाले समूहों को दी जाएगी, जिसमें हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर शामिल हैं. वैक्सीन की उपलब्धता के हिसाब से 50 से ज्यादा उम्र वालों का भी टीकाकरण होगा. टीकाकरण के लिए चुने गए लाभार्थियों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर इसकी जानकारी दी जाएगी. उन्हें बताया जाएगा कि उनका टीकाकरण कहां होगा और किस वक्त पर होगा.यह सब इसलिए किया जा रहा है कि लाभार्थियों के पंजीकरण और टीकाकरण को लेकर कोई असुविधा न हो.

प्रश्न-क्या स्वास्थ्य विभाग में बिना पंजीकरण के बिना भी किसी को टीका दिया जा सकता है?
उत्तर- नहीं, कोविड-19 वैक्सीन लेने के लिए पंजीकरण अनिवार्य है. पंजीकरण के बाद ही टीकाकरण स्थल और वैक्सीनेशन का समय लाभार्थी को बताया जाएगा.

प्रश्न-टीकाकरण के लाभार्थी के पंजीकरण के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत होगी?

उत्तर- फोटोयुक्त किसी पहचान पत्र की पंजीकरण के दौरान आवश्यकता होगी. इसमें डीएल, श्रम मंत्रालय द्वारा जारी हेल्थ इंश्योरेंस स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, एमपी-एमएलए-एमएलसी को जारी आधिकारी पहचान पत्र, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज

प्रश्न-क्या पंजीकरण के समय  फोटो आईडी की आवश्यकता होगी?

उत्तर-पंजीकरण के समय लगाए गए फोटो आईडी को टीकाकरण के समय सत्यापित किया जाएगा.

प्रश्न-यदि कोई व्यक्ति टीकाकरण के समय फोटो आईडी प्रस्तुत नहीं करेगा तो क्या उसे टीका लगाया जाएगा या नहीं?

उत्तर-फोटो आईडी पंजीकरण और टीकाकरण दोनों समय जरूरी है.  ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सही व्यक्ति को टीका लगाया गया है.

प्रश्न-टीकाकरण की नियत तारीख के बारे में लाभार्थी को जानकारी कैसे मिलेगी?
उत्तर-ऑनलाइन पंजीकरण के बाद, लाभार्थी अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर नियत तारीख, टीकाकरण के समय और स्थान सहित अन्य जानकारियों के साथ एसएमएस प्राप्त करेंगे.

प्रश्न-क्या टीकाकरण से लाभार्थियों को पूर्ण होने के बाद उनके टीकाकरण की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त होगी?

उत्तर-हां.COVID 19 वैक्सीन की उचित खुराक मिलने पर, लाभार्थी को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस प्राप्त होगा. टीके की सभी खुराक संपन्न होने के बाद, लाभार्थी के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक क्यूआर कोड आधारित प्रमाण पत्र भी भेजा जाएगा.

प्रश्न-अगर कोई कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि बीमारियों की दवा ले रहा है, तो क्या वह COVID-19 वैक्सीन ले सकता है?

उत्तर- हां. इनमें से एक या एक से अधिक बीमारियों से प्रभावित व्यक्तियों को उच्च जोखिम वाली श्रेणी माना जाता है. उन्हें COVID -19 टीकाकरण कराने की आवश्यकता है.

प्रश्न- क्या कोई उपाय और सावधानियां हैं जिन्हें किसी को टीकाकरण स्थल पर पालन करने की आवश्यकता है?

उत्तर-हम आपसे COVID-19 वैक्सीन लेने के बाद कम से कम आधे घंटे के लिए टीकाकरण केंद्र में आराम करने का अनुरोध करते हैं.यदि आपको कोई असुविधा या बेचैनी महसूस होती है, तो नजदीकी स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूर सूचित करें. साथ ही कोविड से बचने के लिए सभी  जरूरी उपायों का पालन जरूर करते रहे. जैसे मास्क पहनना, हाथ की सफाई और शारीरिक दूरी को बनाए रखना.

प्रश्न- COVID-19 वैक्सीन के संभावित दुष्प्रभाव क्या हैं? 

उत्तर-COVID वैक्सीन तभी लगाई जाएगी जब सुरक्षा के सभी मानकों पर खड़ा उतरेगी. जैसा कि अन्य टीकों के लिए सच है, कुछ व्यक्तियों में सामान्य दुष्प्रभाव इंजेक्शन की जगह पर हल्का बुखार, दर्द आदि हो सकता है. राज्यों से कहा गया है कि वे किसी भी COVID-19 वैक्सीन से संबंधित दुष्प्रभावों से निपटने के लिए व्यवस्था करना शुरू करें, ताकि जनता के बीच सुरक्षित वैक्सीन वितरण में कोई दिक्कत न हो.

प्रश्न- वैक्सीन की कितनी खुराक मुझे और किस अंतराल पर लेनी होगी?
उत्तर-टीकाकरण की दो खुराक दी जाएगी 28 दिनों पर टीकाकरण के चक्र को पूरा करने के लिए व्यक्ति को लेनी होगी.

प्रश्न- ऐंटीबॉडीज कब विकसित होंगी? पहले डोज के बाद या दूसरे डोज के बाद?

उत्तर-आमतौर पर वैक्‍सीन की दूसरी डोज मिलने के दो सप्‍ताह बाद ऐंटीबॉडीज का पर्याप्त लेवल विकसित होता है.

प्रश्न- मुझे COVID 19 वैक्सीन के लिए क्यों चुना जा रहा है?

उत्तर-भारत सरकार ने सबसे अधिक जोखिम / उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता दी है जो पहले वैक्सीन प्राप्त करेंगे. हेल्थकेयर प्रदाताओं ने सामने से COVID-19 के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व किया है. सरकार चाहती है कि आप वायरस से जुड़े जोखिम के डर के बिना अपना काम जारी रख सकें. इसलिए, स्वास्थ्य सेवा और फ्रंटलाइन कार्यकर्ता देश में टीकाकरण करने वाले लोगों के पहले समूह में से हैं.

प्रश्न- पहले चरण में किन समूहों का टीकाकरण किया जाना है?

उत्तर-टीकों की संभावित उपलब्धता के आधार पर भारत सरकार ने प्राथमिकता वाले समूहों का चयन किया है जिन्हें उच्च जोखिम में होने के कारण प्राथमिकता पर टीका लगाया जाएगा. पहले समूह में हेल्थकेयर वर्कर्स शामिल हैं क्योंकि वे संक्रमण को रोकने और उससे बचाव के लिए काम कर रहे हैं. फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के टीकाकरण से COVID-19 संक्रमण को कम करके सामाजिक और आर्थिक प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी. COVID-19 वैक्सीन प्राप्त करने वाला अगला समूह 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति और 50 वर्ष से कम आयु के ऐसे व्यक्ति होंगे जो जोखिम में हैं. 

प्रश्न- क्या मेरे परिवार के सदस्यों को भी वैक्सीन दी जाएगी?

उत्तर-प्रारंभिक चरण में सीमित वैक्सीन की आपूर्ति के कारण, यह पहले उन लोगों को प्रदान किया जाएगा जो फ्रंटलाइन में हैं और अधिक जोखिम में हैं. बाद के चरणों में COVID 19 वैक्सीन को अन्य सभी को उनकी जरूरत के अनुसार उपलब्ध करवाया जाएगा.

प्रश्न- क्या यह टीका सुरक्षित है?

उत्तर-हां. टीके परीक्षण के विभिन्न चरणों के माध्यम से टीके की सुरक्षा और प्रभावकारिता सुनिश्चित की जाएगी और उसके बाद ही एक वैक्सीन लोगों को लगाया जाएगा.

प्रश्न-क्या COVID 19 वैक्सीन प्राप्त करने के बाद मास्क पहनने, हाथ साफ करने, सामाजिक दूरी जैसे निवारक उपायों का पालन करने की आवश्यकता है?

उत्तर-COVID 19 वैक्सीन प्राप्त करने के बाद भी, हमें फेस कवर या मास्क, हैंड सैनिटाइजेशन और डिस्टेंसिंग (6 फीट या गज) को बनाए रखने जैसी सभी सावधानियां बरतनी चाहिए.

प्रश्न-क्या इस टीके के कोई सामान्य दुष्प्रभाव हैं?

उत्तर-COVID 19 वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी होगी, लेकिन इंजेक्शन स्थल पर बुखार, दर्द आदि जैसे मामूली दुष्प्रभाव हो सकते हैं. ये प्रभाव किसी भी वैक्सीन में हो सकते हैं.

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