हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का विवादित बयान (फाइल फोटो)
गुरमेहर कौर के मामले में अब हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी कूद गए हैं. गुरमेहर के समर्थक पाकिस्तान के समर्थक हैं. ऐसे लोगों को देश से बाहर भेज देना चाहिए. गुरमेहर कौर ने पिता की शहादत पर राजनीति करने की कोशिश की है. पाकिस्तान अपने जन्म से लेकर अब तक भारत के साथ कई प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लड़ाइयां लड़ रहा है. एक शहीद की बेटी पाकिस्तान को क्लीन चिट दे यह सही नहीं है.
इससे पूर्व इस मामले में कांग्रेस के नेता शशि थरूर का बयान भी सामने आया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया शेयर की है जिसमें उन्होंने लिखा है कि मैं अपने क्रिकेट के हीरो वीरेंद्र सहवाग की इस मामले को लेकर की गई टिप्पणी से बेहद निराश हूं. गौरतलब है कि वीरेंद्र सहवाग ने कहा था कि मैंने दो तिहरे शतक नहीं लगाए हैं, बल्कि मेरे बैट ने लगाए हैं. वीरेंद्र सहवाग ने यह टिप्पणी गुरमेहर के उस स्टेटस पर की थी, जिसमें गुरमेहर ने कहा था कि उनके पिता की हत्या पाकिस्तान ने नहीं की, बल्कि युद्ध ने की.
इस मामले पर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एएनआई से कहा कि कौन देशभक्त है और कौन नहीं, यह फैसला करने वाला एबीवीपी कौन होता है. किसने उन्हें इसका अधिकार दिया है.
उधर, गुरमेहर को लेकर जारी बवाल और बयानबाज़ी से उनके दादा बेहद आहत हैं. गुरमेहर के दादा कंवलजीत सिंह ने एनडीटीवी से कहा कि मेरी पोती ने ऐसी कोई बात नहीं की जो देश के खिलाफ हो. बकौल कंवलजीत उनकी पोती सिर्फ 21 साल की है और लोग जाने क्या क्या बहस कर रहे हैं. एक सांसद और एक मंत्री ने भी बोल दिया कि ये देशद्रोह का काम है. उन्होंने कहा मुझे अपनी पोती की चिंता नहीं है. अधिक से अधिक वो इसे मार ही देंगे ना. पहले भी अपना बेटा करगिल युद्ध के दौरान खो चुका हूं. मेरे बेटे 26 दुश्मनों को मारने के बाद शहीद हुआ था. जब यह घटना हुआ थी उस वक्त भी सरकार बीजेपी की थी. हमसे कई तरह के वादे किए गए थे, जो पूरे नहीं हुए और आज जब मेरी पोती को लेकर विवाद खड़ा किया जा रहा है तब भी सरकार बीजेपी की है.
इससे पूर्व इस मामले में कांग्रेस के नेता शशि थरूर का बयान भी सामने आया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया शेयर की है जिसमें उन्होंने लिखा है कि मैं अपने क्रिकेट के हीरो वीरेंद्र सहवाग की इस मामले को लेकर की गई टिप्पणी से बेहद निराश हूं. गौरतलब है कि वीरेंद्र सहवाग ने कहा था कि मैंने दो तिहरे शतक नहीं लगाए हैं, बल्कि मेरे बैट ने लगाए हैं. वीरेंद्र सहवाग ने यह टिप्पणी गुरमेहर के उस स्टेटस पर की थी, जिसमें गुरमेहर ने कहा था कि उनके पिता की हत्या पाकिस्तान ने नहीं की, बल्कि युद्ध ने की.
इस मामले पर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एएनआई से कहा कि कौन देशभक्त है और कौन नहीं, यह फैसला करने वाला एबीवीपी कौन होता है. किसने उन्हें इसका अधिकार दिया है.
उधर, गुरमेहर को लेकर जारी बवाल और बयानबाज़ी से उनके दादा बेहद आहत हैं. गुरमेहर के दादा कंवलजीत सिंह ने एनडीटीवी से कहा कि मेरी पोती ने ऐसी कोई बात नहीं की जो देश के खिलाफ हो. बकौल कंवलजीत उनकी पोती सिर्फ 21 साल की है और लोग जाने क्या क्या बहस कर रहे हैं. एक सांसद और एक मंत्री ने भी बोल दिया कि ये देशद्रोह का काम है. उन्होंने कहा मुझे अपनी पोती की चिंता नहीं है. अधिक से अधिक वो इसे मार ही देंगे ना. पहले भी अपना बेटा करगिल युद्ध के दौरान खो चुका हूं. मेरे बेटे 26 दुश्मनों को मारने के बाद शहीद हुआ था. जब यह घटना हुआ थी उस वक्त भी सरकार बीजेपी की थी. हमसे कई तरह के वादे किए गए थे, जो पूरे नहीं हुए और आज जब मेरी पोती को लेकर विवाद खड़ा किया जा रहा है तब भी सरकार बीजेपी की है.
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