महाराष्ट्र लेटर विवाद पर बोले जूलियो रिबेरो- "बहुत ही ट्रिकी और पॉलिटिकल मामला है, मैं नहीं करूंगा जांच"

गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए जाने माने पूर्व पुलिस अधिकारी जूलियो रिबेरो का नाम सुझाया है.

नयी दिल्ली:

मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लगाये भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है. इस मामले अब मुंबई, गुजरात और पंजाब के पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी जूलियो रिबेरो की प्रतिक्रिया आई है. दरअसरल, रविवार यानी 21 मार्च को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) चीफ शरद पवार ने   राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए जाने माने पूर्व पुलिस अधिकारी जूलियो रिबेरो का नाम सुझाया था. इस पूरे मामले में जूलियो रिबेरो ने कहा कि यदि मुझे कोई ऐसा ऑफर दिया जाता है तो मैं नहीं स्वीकार करुंगा. 

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जूलियो रिबेरो ने एनडीटीवी से बातचीत के दौरान कहा कि मैं ऐसी संदेहास्पद परिस्थिति को नहीं छूना चाहता हूं. उन्होंने आगे कहा कि यह एक बहुत ही मुश्किल स्थिति है और इसमें आगे क्या होगा मुझे नहीं पता. राजनेताओं के लिए यह बेहतर है कि वे खुद इसका निपटारा करें. बता दें कि परमबीर सिंह ने उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया था कि उन्होंने सचिन वाजे सहित कई पुलिस अफसरों को कई रेस्टोरेंट, बार और पब वगैरह से वसूली करने को कहा था और एक महीने में 100 करोड़ वसूली का लक्ष्य रखा था.

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जानें पूरा मामला
मुंबई पुलिस के कमिश्नर पद से हटाए जा चुके परमबीर सिंह ने शनिवार को अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार और पुलिस के काम में दखलंदाजी करने के आरोप लगाए थे. सिंह को मुकेश अंबानी धमकी केस में 'माफ न करने योग्य गलतियां' करने के आरोप में पद से हटाकर होमगार्ड विभाग का कमांडर बना दिया गया था, जिसके बाद उनकी तरफ से ये आरोप लगाए गए.वहीं अनिल देशमुख ने इन आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि वो सिंह के खिलाफ मानहानि का केस करेंगे. हालांकि, राज्य की विपक्षी पार्टी बीजेपी ने उनको पद से हटाने की मांग की है. हालांकि इसी बीच गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच ऐसे कयास लगाये जा रहे थे कि उनको अपने पद से हटना पड़ सकता है. 

रविवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शीर्ष नेतृत्व की बैठक हुई. एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात के बाद जयन्त पाटिल ने कहा कि सरकार ने फैसला किया कि अनिल देशमुख गृहमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि जांच में जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि गृहमंत्री को इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि चिट्टी को लेकर जांच होगी. पहले मुकेश अंबानी के घर पर गाड़ी किसने रखा और मनसुख को किसने मारा पहले उसकी जांच होगी?

परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखकर दावा किया था कि अनिल देशमुख ने सचिन वाजे सहित कई पुलिस अफसरों को एक उगाही का रैकेट चलाने को कहा था. उन सभी को हर महीने 100 करोड़ की उगाही करने का लक्ष्य दिया गया था और उनसे रेस्टोरेंट, पब, बार और हुक्का पार्लर जैसी जगहों से वसूली करने को कहा गया था. सिंह ने बताया कि उनके सामने फरवरी में यह मांग रखी गई थी.मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर ने यह भी कहा कि देशमुख ने कई मौकों पर पुलिस अफसरों के काम में दखलंदाजी की थी और वो उन्हें निर्देश देते थे कि उन्हें कोई केस हैंडल करना है या क्या आरोप तय करने हैं.
 

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