विरोध प्रदर्शन करते किसानों की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
गुजरात के भावनगर में रविवार को पुलिस और किसानों के बीच आपसी झड़प हुई. किसान भावनगर जिले के एक गांव में प्रस्तावित कोयला संयंत्र के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. इस झड़प में कई लोगों के घायल होने की सूचना है. किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने महिलाओं और बच्चों समेत प्रदर्शनकारियों के साथ हाथापाई की. घटना में अभी तक पांच लोगों के घायल होने की सूचना है. गौरतलब है कि गुजरात पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने लगभग दो दशक पहले लिग्नाइट संयंत्र स्थापित करने के लिए भावनगर में घोघा तालुक के 12 गांवों में लगभग 1,250 किसानों की 3,377 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था.
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अधिग्रहण होने से लेकर अब तक यह जमीन किसानों के पास ही थी और वह इसपर खेती कर रहे थे. अब किसान अधिग्रहित भूमि का कब्जा लेने के लिए कंपनी के प्रयास का विरोध कर रहे हैं. किसानों को काबू में करने के लिए पुलिस ने 40 के करीब आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस की इस कार्रवाई की वजह से अभी तक 5 किसानों के घायल होने की खबर आ रही है.
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घायलों में बच्चे भी शामिल हैं. सभी घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. भावनगर के पुलिस अधीक्षक दीपांकर त्रिवेदी ने बताया कि कंपनी ने जमीन का कब्जा लेने के लिए पुलिस सुरक्षा मांगी थी. उन्होंने कहा कि हमने लगभग50 लोगों को हिरासत में लिया है और बाडी गांव के निकट प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए साथ ही लाठीचार्ज भी किया गया है. वहीं एक स्थानीय किसान नेता नरेन्द्र सिंह का कहना है कि किसान शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने महिलाओं और बच्चों समेत प्रदर्शनकारियों से बदसलूकी की और उनपर लाठी चार्ज भी किया. (इनपुट भाषा से)
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अधिग्रहण होने से लेकर अब तक यह जमीन किसानों के पास ही थी और वह इसपर खेती कर रहे थे. अब किसान अधिग्रहित भूमि का कब्जा लेने के लिए कंपनी के प्रयास का विरोध कर रहे हैं. किसानों को काबू में करने के लिए पुलिस ने 40 के करीब आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस की इस कार्रवाई की वजह से अभी तक 5 किसानों के घायल होने की खबर आ रही है.
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घायलों में बच्चे भी शामिल हैं. सभी घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. भावनगर के पुलिस अधीक्षक दीपांकर त्रिवेदी ने बताया कि कंपनी ने जमीन का कब्जा लेने के लिए पुलिस सुरक्षा मांगी थी. उन्होंने कहा कि हमने लगभग50 लोगों को हिरासत में लिया है और बाडी गांव के निकट प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए साथ ही लाठीचार्ज भी किया गया है. वहीं एक स्थानीय किसान नेता नरेन्द्र सिंह का कहना है कि किसान शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने महिलाओं और बच्चों समेत प्रदर्शनकारियों से बदसलूकी की और उनपर लाठी चार्ज भी किया. (इनपुट भाषा से)
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