नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने देश में कोरोना के नए मामलों की संख्या में आई कमी के बाद प्रतिबंध/सख्ती घटाए जाने के संकेत दिए हैं. उन्होंने शुक्रवार को मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, 'सख्ती हटेगी लेकिन लोगों को कोविड प्रोटाकॉल के अनुरूप व्यवहार बनाए रखना होगा. चौकस रहें और लापरवाही बिल्कुल न हो, यह हमारी जिम्मेदारी होनी चाहिए. पॉल ने बताया कि नेशनल sero सर्वे की तैयारी हो गई है. इसी माह ये सर्वे आईसीएमआर करेगी. साथ ही कहा कि राज्यों को भी sero सर्वे करना होगा. सिर्फ नेशनल से काम नहीं चलेगा.
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नीति आयोग के सदस्य पॉल ने इसके साथ ही हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर, बुजुर्गों से अपील की कि वे वैक्सीन की दूसरी डोज लें. ब्लैक फंगस की दवा की कमी से संबंधित सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'मैं बड़े कॉन्फिडेंस से कह सकता हूं कि उपलब्धता बढ़ी है. सब संसाधन से लेकर आए हैं. हाल में एक बड़े देश से भी लेकर आए हैं. मुझे लगता है कि हम आपूर्ति को ठीक करने में सफल हो जाएंगे लेकिन अगर फिर भी अगर कहीं कमी होगी और हमारे पास आती है तो उसको एड्रेस करेंगे.'
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उन्होंने कहा कि liposomal amphotericin B को लेकर जिद करना और उसी को insist करना जरूरी नही है. liposomal amphotericin B थोड़े सोफिस्टिकेटेड हैं. साइड इफेक्ट कम होता है. आम व्यक्ति को amphotericin B स्टैंडर्ड है वो दिया जा सकता है. सिर्फ हाई एंड वाले को ही insist करना है उस वक्त जब उपलब्धता कम है. उन्होंने कहा, 'मैं हमारे डॉक्टरों से भी अपील करूंगा कि कृपया liposomal amphotericin B को लेकर जोर न दें. कोवैक्सिन को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हर देश के आपने नियम और पद्धति है. हम फैसले का स्वागत करते हैं. उत्पादक उस पर काम करेंगे. हमे वैक्सीन पर कोई शक नही है. उनकी थर्ड फेस की पब्लिकेशन जल्द आने वाली है
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