चंद्रबाबू ने तीन राजधानी के मुद्दे पर जगन मोहन रेड्डी को जनमत संग्रह कराने की दी चुनौती

विपक्षी तेलगु देशम पार्टी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने वाई एस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार को आंध्रप्रदेश की तीन राजधानी के मुद्दे पर जनमत संग्रह कराने की चुनौती दी और कहा कि अगर लोगों ने इसका समर्थन किया तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे.

चंद्रबाबू ने तीन राजधानी के मुद्दे पर जगन  मोहन रेड्डी को जनमत संग्रह कराने की दी चुनौती

नायडू ने अमरावती के रायापुड गांव में बड़ी रैली को संबोधित किया (फाइल फोटो)

हैदराबाद:

विपक्षी तेलगु देशम पार्टी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने वाई एस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार को आंध्रप्रदेश की तीन राजधानी के मुद्दे पर जनमत संग्रह कराने की चुनौती दी और कहा कि अगर लोगों ने इसका समर्थन किया तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को राज्य के छह करोड़ लोगों की इच्छा के खिलाफ राज्य की राजधानी स्थानांतरित करने के मुद्दे पर लोगों से माफी मांगनी चाहिए और फैसले को वापस ले लेना चाहिए. राज्य की राजधानी अमरावती को बनाए रखने के लिए किसानों के संघर्ष के एक साल पूरे होने पर नायडू ने अमरावती के रायापुड गांव में बड़ी रैली को संबोधित किया.

पिछले साल इसी दिन मुख्यमंत्री ने दक्षिण अफ्रीका की तरह राज्य की तीन राजधानी का विचार पेश किया था. बाद में सरकार ने एक कानून पारित कर विशाखापत्तनम को कार्यपालिका मामलों की राजधानी, कुर्नूल को न्यायिक राजधानी जबकि अमरावती को विधायी राजधानी के तौर पर बरकरार रखा था. मामला अब अदालत में है क्योंकि अमरावती शहर के लिए अपनी कृषि योग्य जमीन देने वाले किसानों ने राज्य की राजधानी स्थानांतरित करने का विरोध करते हुए आंध्रप्रदेश उच्च न्यायालय का रूख किया. पिछले साल 17 दिसंबर से स्थानीय किसान, विभिन्न दलों और अन्य संगठनों की मदद से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए अमरावती को राज्य की राजधानी बनाए रखने की मांग कर रहे है.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

वाईएसआर कांग्रेस को छोड़कर सभी दलों ने आंदोलन को अपना समर्थन दिया है. विधानसभा में विपक्ष के नेता नायडू ने कहा कि लोगों ने जगन मोहन रेड्डी कोएक मौका दिया और उन्होंने लोगों से ‘छल' किया. प्रदर्शन कर रहे किसानों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सोमू वीरराजू ने एक बयान में कहा कि उनकी पार्टी अमरावती को राज्य की राजधानी बनाए रखने के पक्ष में है.